केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि 'विकास की गाड़ी, विश्वास के हाईवे' पर सौ प्रतिशत परिणाम के साथ दौड़ाना हमारी प्राथमिकता रहेगी।

नकवी ने अल्पसंख्यक मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि 'विश्वास के हाईवे' पर कोई रोड़ा नहीं आने पाए इसके लिए हमें चौकस और चौकन्ना रहना होगा। बैठक में अल्पसंख्यक कार्य राज्यमंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि '3ई"- एजुकेशन (शिक्षा), एम्प्लॉयमेंट (रोजगार-रोजगार के मौके) एवं इम्पावरमेंट (सामाजिक-आर्थिक सशक्तीकरण) हमारा लक्ष्य है। इसे पूरे परिश्रम के साथ हासिल करना है।

नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए 'पढ़ो-बढ़ो' अभियान चलाया जाएगा। जिन दूर दराज के इलाकों में आर्थिक-सामाजिक कारणों से लोग लड़कियों को शिक्षा के लिए नहीं भेजते, वहां शैक्षिक संस्थानों को सुविधा एवं साधन उपलब्ध कराने के लिए युद्धस्तर पर काम होगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि आने वाले पांच वर्षो में 5 करोड़ विद्यार्थियों को 'प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति' दी जाए, जिनमें 50 प्रतिशत से ज्यादा लड़कियों को शामिल किया जाएगा। 'प्रधानमंत्री छात्रवृत्ति' की प्रक्रिया को भी सरल एवं पारदर्शी बनाया गया है जो कि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से होगी।

नकवी ने कहा कि दस्तकारों/शिल्पकारों/कारीगरों को रोजगार से जोड़ने और मौके मुहैया कराने के लिए अगले पांच वर्ष में 100 से अधिक "हुनर हाट" का आयोजन देश भर में किया जायेगा। साथ ही उनके स्वदेशी उत्पादनों की ऑनलाइन बिक्री के लिए व्यवस्था भी की जाएगी।

उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में 'प्रगति पंचायत' का भी आयोजन होगा जहां वह स्वयं मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं प्रदेश सरकार के अधिकारियों के साथ रहेंगे।