समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान पर विवादित बयान के चलते 72 घंटों का बैन लगाए जाने के बाद उनके बेटे अब्दुल्ला आजम ने इस फैसले को सांप्रदायिक रंग दे दिया है। उन्होंने कहा है कि चुनाव आयोग ने आजम खान पर एकतरफा कार्रवाई की। आजम खान मुसलमान हैं, इसलिए उन पर बैन लगाया गया है।  रामपुर की स्वार सीट से एसपी विधायक अब्दुल्ला ने दावा किया कि उनके पिता ने जया प्रदा पर कोई आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की थी। 

अब्दुल्ला ने मीडिया से कहा, 'बैन लगाने से हमें खामोश नहीं कर सकते हैं। चुनाव आयोग ने हम पर एकतरफा कार्रवाई की है। उन्होंने जया प्रदा पर बयान नहीं दिया था लेकिन चुनाव आयोग ने सफाई का मौका तक नहीं दिया। मैं जानता हूं कि मोदी को खुश करने के लिए आयोग ने बैन लगाया है।' 

चुनाव आयोग ने नेताओं की विवादित बयानबाजी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बसपा सुप्रीमो मायावती को चुनाव प्रचार करने से रोक दिया था। योगी आदित्यनाथ पर 72 जबकि मायावती पर 48 घंटे का प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं आजम खान पर विवादित बयानबाजी के लिए 72 और भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी पर 48 घंटे का प्रतिबंध लगाया गया है। 

रविवार को रामपुर के शाहबाद में एक रैली के दौरान आजम खान ने जया प्रदा का नाम लिए बिना बेहद शर्मनाक बयान दिया था। आजम ने कहा था, 'उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे। मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का अंडरवेअर खाकी रंग का है।' आजम के इस बयान पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं महिला आयोग ने भी आजम खान को नोटिस भेज जवाब मांगा है।  

हालांकि आजम के विवादित बयान का सिलसिला यहीं नहीं रुका। उन्होंने सोमवार को रामपुर जिले के डीएम पर आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा था, 'सब डटे रहो, कलेक्टर-पलेक्टर से मत डरियो, ये तनखइया हैं। तनखइयों से नहीं डरते हैं। देखें हैं मायावती के कई फोटो कैसे बड़े-बड़े अफसर रुमाल निकालकर जूते साफ करते रहे हैं। हां, उन्हीं से है गठबंधन, हां उन्हीं के जूते साफ कराऊंगा इनसे, अल्लाह ने चाहा तो।'