दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी डा. रणबीर सिंह ने दिल्ली पुलिस एवं प्रशासन को हकीकत से रूबरू कराने के लिए लिखे पत्र में देश भर में हुई बरामदगी का ब्यौरा भी दिया है।
चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद से देश के हर कोने से मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए ले जाए जा रहे कैश और शराब की बरामदगी की खबरें आ रही हैं। लेकिन दिल्ली पुलिस और प्रशासन चुनाव के दौरान सो गए लगते हैं। चुनाव आयोग की ओर से दिल्ली प्रशासन और पुलिस को लिखे एक पत्र में स्थिति बिल्कुल उलट नजर आ रही है। हैरानी की बात है कि दिल्ली में अभी तक चुनाव से संबंधित किसी तरह के कैश की बरामदगी नहीं हुई है। अलबत्ता कुछ शराब बरामदगी जरूर हुई है लेकिन वह भी रस्म अदायगी भर लगती है।
चुनाव आयोग ने इस बात का संकेत दिया है कि पुलिस चेकिंग अभियान गंभीरता से नहीं चला रही है। पुलिस मुख्यालय से कहा गया है कि काम में कोताही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। दिल्ली में चुनाव के दौरान जिस तरह आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में ‘सन्नाटा’ है, उससे लगता है कि मानो दिल्ली में रामराज्य आ गया है, जहां सबकुछ नियमों के मुताबिक चल रहा है।
एक पत्र में दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी डा. रणबीर सिंह ने दिल्ली पुलिस एवं प्रशासन को हकीकत से रूबरू कराने के लिए देश भर में हुई बरामदगी का ब्यौरा भी दिया है।
अभी तक की रिपोर्ट के अनुसार, लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के बाद से देशभर में विभिन्न कानूनी एजेंसियों ने लगभग 560 करोड़ रुपये का कैश, शराब, कीमती सामान, ड्रग्स आदि की बरामदगी की है। सिंह के मुताबिक, ‘इनमें से 157 करोड़ रुपये कैश और 94 करोड़ रुपये की शराब बरामद हुई है।’
राष्ट्रीय राजधानी में सरकारी एजेंसियों की सक्रियता पर सवाल उठाते हुए सिंह ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस में मिल रही रोजाना की रिपोर्ट के अनुसार अभी तक राजधानी में किसी भी तरह से कैश की बरामदगी नहीं हुई है। राष्ट्रीय राजधानी में भी जितनी शराब जब्त की गई है, उसका मूल्य एक करोड़ रुपये से भी कम है। दिल्ली का यह ट्रेंड देश भर में हो रही जब्ती को देखते हुए काफी कम है।’
सिंह की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है, ‘पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव संपन्न कराने के लिए यह आवश्यक है कि अवैध कैश, शराब, मादक पदार्थ आदि के प्रवाह को पूरी तरह रोका जाए। इसके लिए सर्विलांस और खुफिया प्रणाली को मजबूत करने, पुलिस पिकेट की लगातार निगरानी करने जैसे सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। नियमों के तहत जो भी उपाय किए जा सकते हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उम्मीद है कि सभी पुलिस अधिकारियों को इसे लेकर जरूरी निर्देश दिए जाएंगे।’
चुनाव आयोग के मुताबिक, आचार संहिता लगने के बाद आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और पंजाब से सबसे ज्यादा कैश बरामद हुआ है। वहीं दिल्ली में अभी तक ऐसी कोई बरामदगी नहीं हुई है।
Last Updated Apr 4, 2019, 3:47 PM IST