एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बसपा सुप्रीमो मायावती के प्रचार करने पर रोक लगा दी है। चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ के 72 और मायावती के 48 घंटे तक प्रचार करने पर रोक लगाई है। प्रचार अभियान के दौरान कथित तौर पर विवादित बयान देकर चुनाव आचार संहिता तोड़ने के चलते आयोग ने यह कार्रवाई की है।

दोनों नेताओं पर चुनाव आयोग की यह रोक मंगलवार सुबह छह बजे से प्रभावी होगी। यानी दोनों ही नेता 18 अप्रैल को होने वाले दूसरे चरण के चुनाव के लिए अब प्रचार नहीं कर पाएंगे। इस दौर में यूपी की नगीना, बुलंदशहर, आगरा, हाथरस, अमरोहा, अलीगढ़, मथुरा और फतेहपुर सीकरी सीट शामिल हैं।

2014 के लोकसभा चुनाव में इन सभी आठ सीटों को भाजपा ने जीता था। 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा नगीना, अमरोहा, बुलंदशहर, अलीगढ़,  आगरा और फतेहपुर सीकरी सीट पर किस्मत आजमा रही है, वहीं  हाथरस सीट पर सपा और मथुरा सीट पर आरएलडी चुनाव लड़ रही है। 

योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कथित तौर पर 'अली बजरंगबली' वाले बयान को लेकर कार्रवाई की गई है। आयोग ने मायावती को धर्म के आधार पर वोट मागने वाले बयान को लेकर 48 घंटे तक चुनाव प्रचार करने से रोका है।