केंद्र सरकार की ताजा रिपोर्ट के अनुसार सौभाग्य योजना के तहत घर-घर बिजली पहुंचाने के मामले में बिहार का प्रदर्शन इस समय पूरे देश में सबसे बेहतर है।
बिहार के हर शहर-गांव के घर में बिजली पहुंच गई है। केंद्र सरकार ने इस बात का औपचारिक ऐलान कर दिया है।
केंद्र सरकार के जारी किए हुए आंकड़ों के मुताबिक राज्य के कुल 1,39,63,909(एक करोड़ उनतालीस लाख तिरेसठ हजार नौ सौ नौ) घरों में बिजली कनेक्शन दिया जा चुका है।
‘हर घर बिजली’ सरकार के सात वादों में शामिल है, जिसे तय समय से दो महीने पहले ही पूरा कर लिया गया है। राज्य सरकार की तरफ से भी इस बारे में एक समारोह में घोषणा की जा सकती है, जो कि नवंबर के पहले सप्ताह में होगा।
इस समय बिहार में बिजली की प्रतिदिन औसत खपत 4500 मेगावाट से अधिक है।
बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के सूत्रों ने बताया कि हर घर बिजली पहुंचाने की तय अंतिम तिथि 31 दिसंबर, 2018 थी। लेकिन बिजली कंपनी ने युद्ध स्तर पर काम करके तय समय के पहले ही अपना कार्य कर लिया है।
केंद्र सरकार की ताजा रिपोर्ट के अनुसार सौभाग्य योजना के तहत घर-घर बिजली पहुंचाने के मामले में बिहार का प्रदर्शन इस समय पूरे देश में सबसे बेहतर है।
2015 में एक बार फिर सत्ता में आने के बाद नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के सात निश्चय कार्यक्रम में हर घर बिजली योजना को शामिल किया था।
पहले चरण में बिहार के सभी 39,073 गांवों में 28 दिसंबर, 2017 को बिजली पहुंचा दी गई। इसके बाद युद्धस्तर पर काम करके मई, 2018 तक सभी 1,06,249 टोलों में बिजली पहुंचाई गई। इसके बाद बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी पूरी तरह हर घर बिजली योजना तहत सभी घरों को कनेक्शन देने के काम में जुट गई। इस बात की जांच की गई कि कोई घर छूटा तो नहीं है।
इसके लिए ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने 11 अक्टूबर को एक पत्र जारी कर कहा था कि यदि किसी के घर बिजली नहीं पहुंची हो तो इसकी जानकारी दे सकते हैं। छूटे घरों को तत्काल बिजली कनेक्शन देने का भी प्रावधान किया गया।
Last Updated Oct 27, 2018, 3:23 PM IST