जयपुर। राजस्थान में राज्य सरकार ने सरकार बचाने के लिए विधायकों को जयपुर से जैसलमेर शिफ्ट कर दिया है और कहा जा रहा है कि अब विधायक 14 अगस्त को ही जयपुर लौटेंगे। लेकिन विधायकों को शिफ्ट करने के दौरान राज्य की अशोक गहलोत सरकार के बहुमत के दावों की पोल खुल गई है। हालांकि सीएम गहलोत दावा कर रहे हैं कि उनके पास सरकार बचाने के लिए बहुमत का पूरा आंकड़ा है, और वो फ्लोर टेस्ट के भी तैयार हैं। लेकिन विधायकों के जयपुर से जैसलमेर शिफ्टिंग के दौरान महज तीन चार्टर प्लेन में महज 97 विधायक ही रवाना हुए। 

राजस्थान में राजनीतिक घमासान जारी है और सीएम अशोक गहलोत दावा कर रहे हैं कि उनके पास बहुमत का पूरा आंकड़ा है, और वो फ्लोर टेस्ट में इसे साबित करेंगे। वहीं राज्य के बागी विधायक हरियाणा के मानेसर के होटल में और विधानसभा सत्र का इंतजार कर रहा हैं। हालांकि ये मामले अभी तक कोर्ट में विचाराधीन है और इसके कारण राज्य में सरकार मुश्किलों में घिरी हुई है। राज्य में कांग्रेस ने सरकार बचाने के लिए विधायकों को होटलों में ठहराया हुआ है और अब ये विधायक जयपुर जैसलमेर शिफ्ट हो गए हैं।

लेकिन इस शिफ्टिंग में एक बड़ी खबर निकल कर आ रही है कि जयपुर से जैसलमेर महज 97 विधायक ही गए हैं। जबकि राज्य की गहलोत सरकार 106 विधायकों का दावा कर रही है। लिहाजा सरकार के नंबर गेम दावों की पोल खोलती नजर आ रही है। मीडिया रिपोट्‌र्स के मुताबिक जयपुर से जैसलमेर केवल 97 विधायक ही गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक पहले विमान में 54 विधायक चढ़े, दूसरे में मात्र 6 विधायक और तीसरे विमान में 37 विधायक ही जैसलमेर के लिए रवाना हुए थे। लिहाजा जाहिर है कि सरकार अल्पमत में है।

14 अगस्त से विधानसभा सत्र

राज्य में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की गुजारिश पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा सत्र बुलाने की इजाजत दे दी है। जिसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने अपने खेमे के विधायकों को जयपुर से जैसलमेर शिफ्ट किया ताकि बीच में कोई विधायकों में सेंधमारी न कर सके।  हालांकि अभी तक सीएम गहलोत कभी 109, कभी 104 तो कभी 101 से ज्यादा विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं और उन्होंने विधायकों को अभी तक जयपुर के होटल में ठहराया था। लेकिन अब ये विधायक जैसलमेर में गहलोत की मेहमान नवाजी का तुल्फ उठाएंगे। इन विधायकों को अब जैसलमेर के सूर्यागढ़ के होटल में रखा गया है।