गांधीनगर। ग्राउंड में तलवार से केक काटती ब्लैक ड्रेस पहनी एक लड़की का वीडियो वायरल हो रहा है। उसके पीछे खड़ी लग्जरी गाड़ियों के पीछे आतिशबाजी भी हो रही है। वह तलवार से एक—एक केक काटती जा रही है। 3 मेज पर सजे 33 केक पर भी पिस्तौल और तलवार की इमेज बनी है। यह वीडियो 3 सितम्बर 2022 का बताया जा रहा है। यह लड़की विभूति पटेल उर्फ रानीबा के नाम से जानी जाती है। पेशे से व्यवसायी है। 4 दिन पहले एक पूर्व दलित कर्मचारी को सैलरी मांगने पर पीटने और उसके मुंह में सैंडिल ठूंसने का आरोप है। इस केस में रानीबा ने सरेंडर किया है। बताया जा रहा है कि लड़की की इमेज इलाके में लेडी डॉन की है। आइए पूरे मामले के बारे में जानते हैं।

कौन है रानीबा?

विभूति पटेल उर्फ रानीबा एक बड़ी सिरेमिक कम्पनी की प्रमोटर है। उन्हें सितम्बर के महीने में सौराष्ट्र सम्मान से भी नवाजा गया था। कम्पनी का सालाना टर्नओवर 15 करोड़ रुपये से अधिक है। जिसमें उनका भाई भी पार्टनर है। जानकारी के मुताबिक, कम्पनी के प्रोडक्ट की 37 देशों में सप्लाई होती है और रानीबा कम्पनी की कोफाउंडर और अध्यक्ष हैं। हालां​कि अब तक कम्पनी की तरफ से इस मामले को लेकर कोई बयान नहीं आया है।

क्या है मामला?

रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़ित नीलेश दलसानिया उनकी कम्पनी में काम करते थे। उनकी 20 दिन की सैलरी बाकी थी। उसी सिलसिले में नीलेश बार—बार विभूति पटेल से सम्पर्क कर रहे थे। आरोप है कि 22 नवम्बर की रात करीबन 8 बजे उन्हें पैसे देने के लिए कार्यालय बुलाया गया, जहां उनकी पिटाई की गई। उसी आधार पर पुलिस केस दर्ज कर छानबीन कर रही है। पुलिस उनके आफिस भी गई थी और स्टाफ से भी पूछताछ की थी। मामले की जांच डिप्टी एसपी पीए जाला कर रहे हैं। मामले में 5 नामजद और 8 अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

अस्पताल में एडमिट है नीतेश दलसानिया

रिपोर्ट्स के अनुसार, 21 वर्षीय नीलेश दलसानिया मोरबी के जनरल हॉस्पिटल में एडमिट हैं। उन्होंने रानी बा इंडस्ट्रीज में 18 अक्टूबर तक मार्केटिंग का काम किया। घर में दिक्कतों की वजह से नौकरी छोड़ दी। 15 अक्टूबर को सैलरी का इंतजार कर रहे थे। नियमों के मुताबिक, उनकी 15 दिन की सैलरी 12 हजार रुपए होती है। हर 5 तारीख को कम्पनी वर्करों को सैलरी देती है। जब उनकी सैलरी नहीं आई तो 6 नवम्बर को नीलेश ने विभूति पटले से सम्पर्क किया। डेढ़ महीने तक सैलरी नहीं मिली तो कम्पनी में फोन किया। उन्हें सैलरी लेने के लिए 22 नवम्बर को आफिस बुलाया गया। जहां 5 कर्मचारी उन्हें पकड़कर छत पर ले गए। लात-घूंसों और बेल्ट से मारा। वीडियो भी बनाया।

ये है नीतेश दलसानिया का आरोप

नीलेश का आरोप है कि इस पूरे वाकये के दौरान विभूति पटेल मौके पर मौजूद थीं। उन्होंने अपनी सैंडिल मुंह से उठाने के लिए कहा। ऐसा नहीं किया तो अपनी सैंडिल मेरे मुंह में ठूंस दी और मुझे गालियां दी। आधे घंटे तक लोग मुझे पीटते रहें। फिर कम्पनी के गेट पर फेंक दिया। मुझसे जबरन कहलवाया गया कि मैं पैसे की उगाही कर रहा था। मुझे जान से मारने की धमकी देने के अलावा दोबारा कॉल नहीं करने के लिए कहा गया। नीतेश कहते हैं कि विभूति पटेल की इमेज लेडी डॉन की है। उनसे डर लगता है। 

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