नई दिल्ली।  कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का लद्दाख पर दिया गया है बयान उनकी मुसीबत बन गया है। सेना के पूर्व अफसरों ने राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राहुल गांधी को सही जानकारी नहीं है और उनके बयान देश को अपमानित किया है और हम राहुल गांधी के बयान का खंडन करते हैं। 


देश के 71 पूर्व रक्षा दिग्गजों  ने कहा कि राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि कि लद्दाख का क्षेत्र चीन में चला गया है और प्रधानमंत्री पूरी तरह से खामोश है और दृश्य से गायब है।  पूर्व सैन्य अफसरों ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया था कि चीन ने लद्दाख क्षेत्र में भारतीय क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लिया है। जबकि राहुल गांधी को इसकी जानकारी  नहीं है और राहुल गांधी इस तरह के बयान से चीन को भी फायदा पहुंच रहे हैं।  71 सशस्त्र बलों के दिग्गजों ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ कड़ा बयान जारी किया है।

सैन्य दिग्गजों ने कहा कि उन्हे इस बात का कोई अंदाजा नहीं है कि हमारे सैनिक दुनिया के सबसे कठिन और अमित्र इलाके में कैसे काम करते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को 1962 को कभी नहीं भूलना चाहिए, जब देश का नेतृत्व उनके परनाना जवाहरलाल नेहरू कर रहे थे। उस  वक्त देश को चीन के हाथों बहुत अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा था। हमारे सैनिकों चीन के लिए बहादुरी से लड़े और इसकी वजह से चीन भारी नुकसान हुआ था।

उन्होंने कहा कि डोकलाम के दौरान चीनी अधिकारियों के साथ अपनी विवादास्पद बैठक का जिक्र कहते हुए दिग्गजों ने गांधी पर एक गंभीर हमला किया। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि गांधी उस वक्त चीनी राजनयिकों के साथ मित्रता बढ़ा रहे थे और डोकलाम में भारत और चीन के बीच गतिरोध चल रहा था। किसी भी भारतीय को अपने देश और सेना के खिलाफ बयान देने की उम्मीद नहीं थी और इसके जरिए राहुल गांधी ने निस्संदेह दुश्मन देशों का समर्थन करते हुए उन्हें फायदा पहुंचाया।

पूर्व सैन्य अफसर एवीएम संजीब बोरदोलोई, एयर सीएमडी एसएस सक्सेना, ब्रिगेडियर दिनकर अदीब ने कहा कि राहुल गांधी के बयानों को पाकिस्तान की सरकार और सेना द्वारा इस्तेमालल किया गया और राहुल गांधी ने छोटे राजनीतिक लाभ के लिए सैन्य महत्व के मुद्दों की बहुत खराब तरीके से ट्विट किया। सैन्य  अफसरों राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि इसे  "क्षुद्र राजनीतिकरण" कहते हैं। उन्होंने कहा कि हम  लोगों ने कई मिशन ने हिस्सा लिया है और हम अपमानित महसूस  कर रहे हैं और राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर स्तरहीन राजनीति कि है।