अटलजी ऐसे इकलौते प्रधानमंत्री थे, जिनके पास अपना खुद का बनाया घर नहीं था। उनके पास न ही कोई ज्वेलरी थी और न ही उन्होंने कोई जमीन खरीदी थी। यह जानकारी उन्होंने खुद आखिरी चुनाव के वक्त दी थी। 


अटल बिहारी वाजपेयी ने 2004 में लखनऊ से चुनाव लड़ा था तब उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी की जानकारी दी थी। इसमें अचल संपत्ति वाले में 'हाउस' के कॉलम में Nil भरा गया था। यानी उनके पास अपना घर नहीं था। हालांकि 'बिल्डिंग्स' के कॉलम में जरूर दो प्रॉपर्टी का जिक्र है। इसमें दिल्ली में एक फ्लैट जिसकी कीमत उस समय 22 लाख रुपए बताई गई थी वह था। और ग्वालियर में उनका पैतृक घर था। यानी उन्होंने खुद अपने पैसों से कोई घर नहीं बनाया। 


अटल जी द्वारा 2004 में दी गई आखिरी एफिडेविट के मुताबिक उनके पास 20 हजार रुपए कैश थे। बैंक में कुल 29,58,450 रुपए जमा थे। इसमें 3,82,888 रुपए एसबीआई नईदिल्ली और 25,75562 रुपए एसबीआई की सांसद भवन ब्रांच में जमा थे। 


इसके अलावा एनएसएस और पोस्ट सेविंग जैसी स्किम्स में 1,20,782 रुपए जमा थे। ज्वेलरी में उनके पास कुछ नहीं था। 


असेसट्स के नाम पर दिल्ली में 22 लाख रुपए का एक फ्लैट है। ग्वालियर में 180 स्केयर फिट का 6 लाख रुपए का पैतृक घर है। उनकी कोई भी देनदारी शेष नहीं थी। उनके पास कृषि योग्य भूमि भी नहीं थी।