गुरुग्राम। हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिसकर्मी एक महिला के लिए जल्लाद बन गए। चोरी के आरोप में थाने लाए गई असम मूल की महिला को थाने में पुलिसवालों ने निर्वस्त्र कर बेल्ट और डंडों से पीटा। महिला को थाने में नौ घंटे प्रताड़ित किया गया। हालांकि इस घटना का विरोध करने के बाद पुलि कमीशनर ने एसएचओ और चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-1 एच ब्लॉक स्थित कोठी में काम करने वाली एक असम मूल की महिला को चोरी के आरोप में पकड़ा गया और उसे थाने में लाया गया। जहां पूछताछ करते हुए पुलिसकर्मियों ने महिला की थाने में जमकर पिटाई की।

महिला को पुलिसकर्मियों ने निर्वस्त्र कर बेल्ट और डंटों से पीछा। पुलिसकर्मियों ने महिला को करीब नौ घंटे टार्चर किया। इसके बाद उसके सहयोगियों द्वारा विरोध करने के बाद पुलिस वालों महिला को छोड़ा। महिला को इतना प्रताड़ित  किया गया कि वह अब चलने फिरने की हालत में नहीं है। 

फिलहाल इस मामले में दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस आयुक्त का कहना है कि इस मामले में दोषी पाए जाने पर आरोपियों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जाएगा। 
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक असम की रहने वाली 30 साल की महिला डीएलएफ फेज-1 एच ब्लॉक स्थित कोठी नंबर-9/7 में घरेलू सहायिका के तौर पर काम कर रही थी।

महिला के खिलाफ उसकी मालकिन ने केस दर्ज किया था और जिसके बाद पुलिस ने महिला को सुबह नौ बजे तीनों को थाने में बुलाया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने महिला को निर्वस्त्र कर पिटाई की। महिला का आरोप है कि थाने में उसके कपड़े उतार दिए गए और नाजुक अंगों पर डंडो से पिटाई की गई।

इसके बाद पूर्वोत्तर के लोगों द्वारा विरोध करने के बाद पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकिल ने चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया और इस मामले की विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। फिलहाल इस मामले में पुलिसकर्मियों की ओर से लापरवाही की बात सामने आई है। चारों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है जिसमें दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी साथ ही चोरी के मामले में नए थाना प्रभारी से नए सिरे से जांच कराई जाएगी।