लोकसभा चुनाव 2019 में के पहले चरण के लिए 11 अप्रैल को होने वाले मतदान से ठीक दस दिन पहले सोशल मीडिया साइट फेसबुक ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। फेसबुक ने कांग्रेस से जुड़े 687 पेज अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिए हैं। फेसबुक की ओर कहा गया है कि 'अप्रमाणिक व्यवहार' यानी कि झूठी खबरों के चलते भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी से जुड़े इन पेजों को हटाया गया है। माना जा रहा है कि फेसबुक ने पहली बार ऐसे कार्रवाई करते हुए किसी बड़े सियासी दल से जुड़े पन्नों को हटाया गया है। फेसबुक ने साफ किया है कि इन पेज को अप्रमाणिक सामग्री प्रकाशित करने के चलते हटाया गया है। फेसबुक के अधिकारियों के मुताबिक, कांग्रेस के आईटी  सेल से जुड़े लोग ही ये पेज चला रहे थे। 

फेसबुक की साइबर सुरक्षा नीति के प्रमुख नाथनेल ग्लेचियर ने कहा, 'लोग अपनी पहचान को छिपाकर यह काम कर रहे थे। हमने अपनी जांच में पाया कि ऐसे पेज कांग्रेस की आईटी सेल के लोगों से जुड़े थे।' उन्होंने कहा कि इन एकाउंट्स को कंटेट नहीं बल्कि अप्रमाणिक व्यवहार के चलते हटाया गया है। 

फेसबुक ने एक बयान में कहा कि जांच में पाया गया कि यूजर्स ने नकली एकाउंट का इस्तेमाल किया और अपने कंटेंट का प्रसार करने और एंगेजमेट बढ़ाने के लिए विभिन्न ग्रुप में शामिल हुए। उनके पोस्ट में स्थानीय समाचार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाजपा जैसे राजनीतिक विरोधियों की आलोचना शामिल है। 

सोशल मीडिया दिग्गज कंपनी के मुताबिक, उसने पाकिस्तानी सेना के जनसंपर्क विभाग से जुड़े 103 पेज को भी हटाने का फैसला लिया है। इनका संचालन पाकिस्तान से ही होता था। दुनिया भर की कई संस्थाओं ने फेसबुक पर राजनीतिक लाभ के लिए फर्जी जानकारियां फैलाने वाले खातों पर कार्रवाई करने का दबाव बना रखा था। 

उधर, कांग्रेस ने फेसबुक की इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अभी शुरुआती खबरें आ रही हैं। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, हम उन खबरों पर प्रतिक्रिया नहीं देते जो अभी आनी शुरू हुई हैं। हम उन रिपोर्टों की जांच करेंगे कि फेसबुक के ये पेज कांग्रेस से जुड़े थे या नहीं।