पूर्व सीएम बोले, 'अगर सिरफिरे लोगों को लगता है कि फारूक डर जाएगा तो उनकी गलती है। मुझे 'भारत माता की जय' कहने से कोई नहीं रोक सकता।'
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के साथ कश्मीर की एक मस्जिद में बदसलूकी की गई। वह बकरीद की नमाज पढ़ने मस्जिद में पहुंचे थे। उनके आने से लोग भड़क गए। उनके सामने कश्मीर की 'आजादी' के नारे लगाए गए। बताया जाता है फारूक के साथ धक्कामुक्की भी हुई। कुछ लोगों ने उन पर जूते भी उछाले। दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की श्रद्धांजलि सभा में फारूक अब्दुल्ला ने 'भारत माता की जय' और 'जय हिंद' के नारे लगाए थे।
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इस घटना पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने कहा, 'अगर सिरफिरे लोगों को लगता है कि फारूक डर जाएगा तो उनकी गलती है। मुझे 'भारत माता की जय' कहने से कोई नहीं रोक सकता।' उन्होंने कहा, प्रदर्शनकारियों के इस रवैये मुझे फर्क नहीं पड़ता। भारत आगे जा रहा है और कश्मीर को भी अपने पैरों पर खड़ा होना होगा। उन्हें अगर ऐसा करना था तो दूसरा वक्त चुनते। नमाज के वक्त ऐसा करना सही नहीं था।'
Mein darne wala nahi hun. Agar yeh samajhte hai ki ise azadi aayegi toh mein inko kehna chahta hun ki pehle begaari,beemari aur bhookmari se azadi pao: Farooq Abdullah on protests against him during Eid prayers for raising'Bharat Mata ki Jai' slogans during Vajpayee's prayer meet pic.twitter.com/F0dCBoDJ80
— ANI (@ANI) August 22, 2018
फारूक ने कहा, 'अब भारत और पाकिस्तान के बीच शांतिपूर्ण बातचीत का वक्त आ गया है। नफरत से बाहर निकलने की जरूरत है। यह देश हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और और यहां रहने वाले लोगों का है।' उन्होंने आगे कहा, 'मैं डरने वाला नहीं हूं। अगर ये समझते हैं कि ऐसे आजादी आएगी तो मैं इनको कहना चाहता हूं कि पहले बेगारी, बीमारी और भुखमरी से आजादी पाओ।'
Last Updated Sep 9, 2018, 12:38 AM IST