नई दिल्ली। देशभर में कोरोना संकट को बढ़ाने वाले दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज के  प्रमुख मौलाना साद के ससुर मौलाना सलमान का कोरोना सैंपल लैब से गायब हो गया है। साद के ससुर के साथ ही कई अन्य लोगों की कोरोना जांच के लिए लिया गया  सैंपल नोएडा के लैब से गायब हो गए हैं। मौलाना सलमान के सैंपल के गायब होने के पीछे साजिश की आशंकाओं को खारिज नहीं किया जा सकता। वहीं राज्य में जिन लोगों के खिलाफ कोरोना फैलाने की रिपोर्ट दर्ज है। अब उन्हें क्वारंटिन के बाद जेल जा रहा है।

फिलहाल मौलाना सलमान का सैंपल फिर से जांच के लिए भेजा जा रहा है।  हालांकि मौलाना सलमान के साथ ही अन्य कई लोगों के कोरोना जांच सैंपल लैब से गायब हुए हैं।  वहीं साद के तीन सालों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। सहारनपुर के सीएमओ भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि मौलाना साद की ससुराल के दो रिश्तेदारों के संक्रमित पाए जाने के बाद सैंपल गायब हैं और इसे जांच के लिए फिर भेजा जा रहा है। असल में अस्पतालों में भर्ती कोरोना पॉजीटिव जमातियों की रिपोर्ट ठीक आने के बाद उन्हें जेल भेजा जा सकता है।

क्योंकि राज्य सरकार ने गायब रहने वाले जमातियों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए कहा था। राज्य के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने तब्लीगी जमात के लोगों के खिलाफ एफआईआर कराने के आदेश दिए थे। मौलाना साद कंधावली की ससुराल सहारनपुर के थाना मंडी इलाके में है। ये इलाका कोरोना हॉटस्पॉट है और यहां पर साद की ससुराल के लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और इसके बाद इस इलाके को सील कर दिया गया था और हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया था। इसके बाद साद के ससुर सलमान सहित डेढ दर्जन लोगों क्वारन्टीन कर दिया गया था।

सहारनपुर में कोरोना संक्रमण फैलाने में जमातियों की नकारात्मक भूमिका रही। जिले में 57 विदेशी व उनकी मदद करने वाले 29 भारतीयों को सहारनपुर पुलिस ने बीमारी छुपाने व वीजा नियमो का उल्लंघन करने के लिए गिरफ्तार किया था और जेल भेज दिया था।  वहीं जिले में जिन लोगों पर आपदा महामारी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी और अब क्वारंटिन खत्म होने के बाद उन्हें जेल भेजा जा रहा है।