नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती के बाद हलचल मची हुई है। केन्द्र सरकार के इस फैसले के बाद घाटी में अलगाववादी नेताओं और राजनैतिक दलों में खौफ देखा जा रहा है। यही नहीं ये खौफ अब सीमा पार इस्लामाबाद में भी देखा जा रहा है।

जिस तरह से भारत ने दोबारा पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आंतकी शिविरों पर हमले किए उसको लेकर पाकिस्तान में खौफ है। लिहाजा प्रधानमंत्री इमरान खान ने सुरक्षा से जुड़ी कमेटी की बैठक बुलाई है।

पाकिस्तानी सेना राज्य में आतंकियों को घुसपैठ कराने के लिए कई दिनों से कोशिश कर रही है। इसलिए वह सीमा पर लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रही है। लेकिन उसकी ये हरकत उसके लिए मुसीबत बन गयी है। शनिवार को ही पाकिस्तान ने एलओसी पर गोलीबारी करते हुए घुसपैठ करने की कोशिश की।

लेकिन कोशिश पाकिस्तान को महंगी पड़ गयी। भारत की कार्यवाही में पाकिस्तान के सात बैट  के जवान को मारे गए। यहीं नहीं सूचना ये भी है कि भारत ने पाकिस्तान के भीतर तीस किलोमीटर तक घूस कर आतंकी शिविरों को तबाह किया है।

लिहाजा भारत की इस कार्यवाही से पाकिस्तान में हलचल मची हुई है। बौखलाए पाकिस्तान ने खुफिया और सेना के अफसरों की अहम बैठक बुलाई है। पाकिस्तानी मीडिया में जो रिपोर्ट आ रही हैं उसके मुताबिक पीएम इमरान खान ने नेशनल सिक्यॉरिटी कमिटी की बैठक बुलाई है।

हालांकि पाकिस्तान अभी इस बात को नहीं मान रहा है कि भारतीय कार्यवाही में मारे गए बैट के जवान उसके हैं। क्योंकि अगर पाकिस्तान स्वीकार करता है तो वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेनकाब हो जाएगा।

उधर पाकिस्तान ने माना है कि शनिवार को नीलम घाटी में आतंकी शिविरों पर भारतीय सेना ने गोलाबारी की थी। फिलहाल केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक बार फिर जम्मू कश्मीर के दौरे पर जाने की खबर आ रही है। इसका भी पाकिस्तान में खौफ देखा जा रहा है।