आखिरकार बिहार में कांग्रेस का सहयोगी दलों के साथ लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन हो ही गया। फिलहाल कांग्रेस राज्य की नौ लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। राज्य में कांग्रेस और राजद के बीच सीट बंटवारे पर फैसला हो गया है।

असल में बिहार को लेकर कांग्रेस और राजद में सीटों के बंटवारे पर ठनी हुई थी। कांग्रेस बिहार में 11 से कम सीट पर लड़ने को तैयार नहीं थी जबकि राजद कांग्रेस को आठ से ज्यादा सीट नहीं देना चाहती थी। लिहाजा सीटों पर बंटवारा नहीं हो पाया। राजद ने पहले ही कह दिया था कि 19 मार्च को गठबंधन होगा तो सही नहीं तो कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं किया जाएगा। उम्मीद की जा रही है आज गठबंधन की सीटों को लेकर ऐलान किया जाएगा। ये भी तय हो जाएगा कि कौन कहां से लड़ रहा है और किसके खाते में कौन सी सीट आयी है।

मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने प्रदेश कांग्रेस नेताओं के साथ लंबी बैठक की। लिहाजा आज राजद नेता तेजस्वी यादव पटना में गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं। वहीं यूपीए गठबंधन में अन्य सहयोगी दलों को सीटों को लेकर परेशानी थी। लिहाजा कांग्रेस और राजद सहयोगी दलों को भी समायोजित करेंगे। इस शर्त के मुताबिक कांग्रेस और राजद एक-दो सीट छोड़ेंगे। उधर कांग्रेस का दिल्ली और पश्चिम बंगाल में सहयोगी दलों के साथ चुनावी समझौता नहीं हो पाया है।

राज्य में 40 सीटें हैं और इसमें कांग्रेस 11 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है जबकि राजद आठ सीटें देने को तैयार है लेकिन अब कांग्रेस की जिद को देखते हुए वह 9 सीटों पर राजी है। जबकि कांग्रेस का कहना है कि 11 सीटों में दरभंगा, कटिहार, पूर्णिया, मधुबनी और शिवहर भी दिया जाए। राज्य में चुनाव सभी सातों चरणों में संपन्न होंगे. वोटों की गिनती 23 मई को होगी। बिहार में पहला चरण का चुनाव 11 अप्रैल को होगा। इस दौरान राज्य की औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई सीटों पर चुनाव होगा।