लोकसभा चुनाव के छठे दौर के मतदान के गवाह बीस देशों के पांच दर्जन से ज्यादा प्रतिनिधि भी बने। इन प्रतिनिधियों ने लोकतंत्र का पर्व भी देखा और इसे सराहा भी। इन प्रतिनिधियों ने इतने बड़े स्तर पर चुनाव को संचालित कराने के लिए चुनाव आयोग की तारीफ भी की। 

असल के बीस देशों के प्रतिनिधियों को चुनाव आयोग ने लोकसभा के चुनाव को देखने के लिए आमंत्रित किया था। लिहाजा इन प्रतिनिधियों ने विभिन्न मतदान केन्द्रों में जाकर इसको देखा और इसकी बारिखियों को समझा। इसके लिए चुनाव आयोग ने विशेष प्रबंधन किए थे। लिहाजा प्रतिनिधि इससे काफी संतुष्ट दिखे। लोकसभा चुनाव के छठे दौर के मतदान को आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, बोस्निया एंड हरजेगोविना, फिजी, जॉर्जिया, केन्या, कोरिया गणराज्य (दक्षिण कोरिया) किर्गिस्तान, मलेशिया, मेक्सिको, म्यांमार, रोमानिया, रूस, श्रीलंका, सूरीनाम, संयुक्त अरब अमीरात, उज्बेकिस्तान और जिम्बाब्वे के प्रतिनिधियों ने देखा।

चुनाव आयोग ने इस प्रतिनिधियों को इलेक्शन विजिटर्स प्रोग्राम के तहत आमंत्रित किया था। इन प्रतिनिधियों ने उ. पश्चिम दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, चांदनी चौक, दक्षिणी दिल्ली के साथ ही पड़ोसी हरियाणा के गुरुग्राम में विभिन्न मतदान केंद्रों का दौरा किया। इस कार्यक्रम के तहत रूस के केन्द्रीय चुनाव आयोग के सदस्य ईए शेवचेंको ने भी दिल्ली के 12 मतदान केन्द्रों का दौरा किया और चुनाव पर्यवेक्षकों से बातचीत की।

उन्होंने बताया कि रूस में मशीनों के जरिए वोटिंग की जाती है। वे चुनाव के दौरान पहचान पत्र के साथ ही पासपोर्ट को स्वीकार करती हैं। लेकिन ये सभी मशीनें बायोमैट्रिक्स तकनीक पर आधारित हैं। इन्हें भी ईवीएम कहा जा सकता है। लेकिन भारत की तुलना में रूस में एक ही दिन में मतदान हो जाता है। कल ही आस्ट्रेलिया की राजदूत ने ईवीएम के जरिए वोटिंग कराने के लिए चुनाव आयोग की तारीफ की थी।