उत्तर प्रदेश में खनन घोटाले में आरोपी पूर्व खनन मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता गायत्री प्रजापति की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। अभी तक इस मामले मे उसे सीबीआई पूछताछ कर रही थी। लेकिन अब ईडी ने भी उन पर शिकंजा कस दिया है। गायत्री प्रजापति बलात्कार के आरोप में फिलहाल जेल में हैं और लखनऊ के केजीएमयू में अपना इलाज करा रहे हैं। 

असल में दिलचस्प वाकया ये हुआ कि समाजवादी सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति ने कोर्ट में अपने स्वास्थ्य समस्या के लिए याचिका दाखिल की थी। जिसके बाद उन्हें किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। क्योंकि गायत्री की दोनों किडनी खराब हैं। वह दो महीने से अस्पताल में भर्ती हैं।

मंगलवार को ही गायत्री का 53वां जन्मदिन दिन था। वह अस्पताल में अपने समर्थकों के साथ बर्थडे पार्टी मना रहे थे। समर्थकों ने पूर्व मंत्री के लिए केक भी मंगाया था। गायत्री अपना बर्थडे अंदर कमरे में मना रहे थे और बाहर यूपी पुलिस का पहरा था। अंदर कमरे में पार्टी शबाब पर थी लेकिन इसी बीच वहां पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम आ पहुंची।

फिर क्या था प्रजापति भौंचके रह गए और इसके बाद उनके समर्थक धीरे धीरे वहां से खिसकने लगे। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने अवैध खनन मामले में करीब डेढ़ घंटे पूछताछ की। ईडी अफसरों व बड़ी संख्या में पुलिस बल के पहुंचने से वहां लोग दहशत में आ गये। इसके बाद ईडी के अफसर प्रजापति को केजीएमयू के सीएमएस कार्यालय में कड़ी सुरक्षा के बीच प्राइवेट वार्ड में ले गये, जहां पूछताछ की गयी।

गायत्री प्रजापति केजीएमयू के यूरोलॉजी विभाग में पिछले करीब डेढ़ माह से भर्ती हैं। डाक्टरों का कहना है कि उनकी दोनों किडनी खराब हैं और पेशाब संबंधी दिक्कतें हैं। हालांकि ईडी की पूछताछ में क्या इसका खुलासा नहीं हो पाया है। लेकिन सीबीआई के बाद ईडी की पूछताछ से गायत्री की मुश्किलें तो बढ़ ही गयी हैं।

राज्य में पूर्व की सपा सरकार के दौरान नियमों का उल्लंघन करते हुए 22 खनन पट्टों के आवंटन पत्रावली पर अनुमोदन किया गया था। इसमें से 14 खनन पट्टों के आवंटन की पत्रावली पर अनुमोदन अखिलेश यादव ने बतौर खनन मंत्री किया था। अन्य आठ मामलों में बतौर तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति ने अनुमोदन किया था।