कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन सरकार के बीच चल रहे सियासी संकट के बीच पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस के अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने बड़ा बयान दिया है। देवगौड़ा ने कहा कि राज्य में गठबंधन की सरकार को कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया गिराना चाहते हैं। राज्य में चल रही उठापटक के बीच देवगौड़ा का ये बयान काफी अहम माना जा रहा है।

शनिवार को कर्नाटक में कांग्रेस 11 और जेडीएस के 3 विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद राज्य की एचडी कुमारस्वामी सरकार अल्पमत में आ गयी है। हालांकि अभी तक विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों का इस्तीफा मंजूर नहीं किया है। फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष सोमवार तक निजी अवकाश पर हैं।

लिहाजा विधायकों का इस्तीफा वह मंगलवार को मंजूर करेंगे। फिलहाल इसी बीच राज्य सरकार पर छाए संकट के बादल के लिए पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा ने कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को जिम्मेदार बताया है। हालांकि कांग्रेस इस आरोप को खारिज कर रही है।

असल में जितने भी विधायकों ने अभी तक इस्तीफा दिया है, उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर सिद्धारमैया को नियुक्त करने की बात कही है। फिलहाल राज्य में कुमारस्वामी सरकार पर आए संकट के बाद कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर के बीच तल्खियां जाहिर हो गयी हैं। हालांकि इससे पहले भी मुख्यमंत्री कुमारस्वामी कह चुके हैं कि वह कांग्रेस के दबाव में काम कर रहे हैं।

लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के बीच जेडीएस अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने कांग्रेस नेता सिद्धारमैया पर गंभीर आरोप लगाकर नई बहस छेड़ दी है। देवगौड़ा ने कहा कि जितने भी विधायकों ने इस्तीफा दिया था वे सब सिद्धारमैया के समर्थक हैं। हालांकि सरकार बचाने के लिए जेडीएस और कांग्रेस के बीच जो भी बैठकें चल रही हैं, इनमें सिद्धारमैया गायब हैं।

हालांकि उन्होंने दावा किया है कि इस्तीफा देने वाले आधा दर्जन विधायक उनके संपर्क में हैं। गौरतलब है कि कर्नाटक में शनिवार को कांग्रेस 11 और जेडीएस के 3 विधायक विधानसभा स्पीकर से मिलने पहुंचे थे। लेकिन इन विधायकों की विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात नहीं हुई।

राज्य में इस्तीफा देने वाले विधायकों में रमेश मेश जरखोली, रामलिंग रेड्डी, महेश कुमटल्ली, शिवराम हेब्बार, बीसी पाटिल, मुनिरत्ना, एसटी सोमशेखर, बृजपति बसवराज, सौम्या रेड्डी, प्रताप गौड़ा पाटिल कांग्रेस से हैं तो नारायण गौड़ा, गोपालैया और विश्वनाथ जेडीएस के विधायक हैं। जबकि कांग्रेस विधायक आनंद सिंह सोमवार को ही इस्तीफा दे चुके हैं।