नई दिल्ली। पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भगोड़ा घोषित कर दिए गए हैं और  पाकिस्तान के जवाबदेही और आंतरिक मामलों में प्रधानमंत्री के सलाहकार शहजाद अकबर ने कहा कि नवाज शरीफ की जमानत पिछले साल दिसंबर में खत्म हो गई है और तब से वह देश में वापस नहीं लौटे हैं। नवाज शरीफी चिकित्सा आधार पर 4 हफ्ते की जमानत थे और पिछले साल नवंबर में ही इलाज के लिए इंग्लैंड चले गए थे।  लेकिन इसके बाद पूर्व पीएम पाकिस्तान नहीं लौटे।

फिलहाल इसके लिए पाकिस्तान की इमरान सरकार ने इंग्लैंड की सरकार से प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध भेजा है।  वहीं पाकिस्तान की सरकार का कहना है कि वह भगोड़े हैं और इलाज के बहाने देश में नहीं लौट रहे हैं। जबकि उनको इलाज के लिए चार हफ्ते का ही समय दिया गया था। एक जवाबदेही अदालत ने भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व पीएम नवाज शरीफ को सुनाई थी और वह जेल में थे। हालांकि नवाज शरीफ के भाई नवाज शरीफ ने हाई कोर्ट को बताया था कि कोरोना संकटकाल के कारण डॉक्टरों ने यात्रा से मना किया है। वहीं जवाबदेही और आंतरिक मामलों में प्रधानमंत्री इमरान खान के सलाहकार शहजाद अकबर ने बताया  कि नवाज शरीफ को पाकिस्तान सरकार न भगोड़ा घोषित कर दिया है क्योंकि वह चिकित्सा आधार पर 4 हफ्ते की जमानत पिछले साल नवंबर को इंग्लैंड गए थे और उनकी जमानत अवधि दिसंबर में समाप्त हो गई थी। इसके बाद भी वह अभी तक स्वदेश नहीं लौटे हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें भगोड़ा मान रही है और इसके लिए पाकिस्तान की सरकार ने इंग्लैंड सरकार को उन्हें प्रत्यर्पित करने की मांग की है। वहीं शरीफ के भाई ने कहा कि शरीफ की तरफ से पिछले महीने लाहौर की एक अदालत को सूचित किया था कि कोरोना के कारण वह पाकिस्तान लौटने में असमर्थ हैं और डॉक्टरों ने कोरोना महामारी के मद्देनजर यात्रा नहीं करने की सलाह दी है।  लाहौर हाई कोर्ट में नवाज शरीफ ने अपनी मेडिकल रिपोर्ट भी सौंपी थी। वहीं डाक्टरों का कहना था कि उन्हें प्लेटलेट काउंट्स, डायबिटीज, हार्ट, किडनी और ब्लड प्रेशर संबंधी कई बीमारियां है। लिहाजा उन्हें यात्रा नहीं करनी चाहिए। वहीं पाकिस्तान की सरकार का कहना है कि नवाज शरीफ लंदन की सड़कों पर टहल रहे हैं और उनका टहलना न्यायपालिका को एक तमाचा है।

गौरतलब है कि नवाज शरीफ इम्यून सिस्टम डिसऑर्डर से पीड़ित हैं और वह लंदन में अपना इलाज करा रहे हैं। नवाज शरीफ की मांग पर लाहौर हाई कोर्ट की ओर से इलाज के लिए विदेश जाने की 4 हफ्ते की अनुमति दी और वह पिछले साल नवंबर में इंग्लैंड चले गए थे।  लेकिन उसके बाद वह देश नहीं लौटे।