जयपुर। राजस्थान में महिला अपराधों में लगातार इजाफा हो रहा है। वहीं राज्य के दौसा जिले में मानवता शर्मसार हुई है जहां एक दलित मूक बधिर बालिका के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है और इस घटना से सभी को हिला कर रख दिया है। लिहाजा देश के अन्य राज्यों में छोटे छोटे मामलों को उठाने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बारे लोग सवाल पूछ रहे हैं कि कांग्रेस शासित राज्य में ये घटना हुई है कहां है प्रियंका गांधी और रेप पीड़िता को कब न्याय मिलेगा। 


राज्य में जहां कांग्रेस सरकार बचाने में जुटी है वहीं राज्य में अपराधों में लगातार इजाफा हो रहा है और अब राज्य में दलित मूक बधिर बालिका के साथ गैंगरेप की घटना से हड़कंप मना हुआ है। इस घटना के 3 दिन बाद भी पीड़िता इस घटना को बोलकर नहीं बता पाई है। वहीं पुलिस का कहना है कि इंटरप्रेटर की मदद ली जाएगी। वहीं जिले में आक्रोश व्याप्त है और लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक बालिका के साथ करीब 5 आरोपियों गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया है। रविवार सुबह पुलिस ने पीड़िता के परिजनों शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज की। बालिका के मूक बधिर होने के कारण वह अपने परिजनों को इस वारदात के बारे में नहीं बता सकी। जब इस घटना की जानकारी परिजनों को हुई तो दौसा का पुलिस तंत्र अलर्ट हुआ और आरोपियों की तलाश में टीमें गठित की गई। पुलिस का कहना है कि परिजनों और ग्रामीणों की निशानदेही पर कुछ लोगों को हिरासत लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। 

इंटरप्रेटर की ली मदद 

वहीं दौसा जिले के एसपी मनीष अग्रवाल का कहना है कि इस मामले में पीड़िता ना तो बोल सकती है और न ही  बयान दे पा रही है। लिहाजा अब इंटरप्रेटर के माध्यम से पीड़िता के बयान दर्ज किए गए हैं । पीड़िता का मेडिकल भी करा दिया है वहीं भाजपा नेता और कई कांग्रेस नेता बालिका के घर पहुंचे।  भाजपा नेता जितेंद्र गोठवाल ने पुलिस से आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं लोगों का कहना है कि दौसा में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और उन्हें पुलिस का डर नहीं है।

प्रियंका गांधी की नहीं आई प्रतिक्रिया

इस मामले में अभी तक प्रियंका गांधी की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। जबकि प्रियंका यूपी के छोटे छोटे मामलों में प्रतिक्रिया देती है और राज्य सरकार के खिलाफ माहौल बताती है। अब लोगों का कहना है कि प्रियंका गांधी को इस घटना के बारे में भी अपनी सरकार से सवाल पूछने चाहिए।