छतरपुर जिले के खजुराहो में आचार्य श्री विद्यासागर जीव दया सम्मान समारोह में चौहान ने कहा, ‘‘मध्यप्रदेश में गौवंश संरक्षण और संवर्धन के लिए गौ मंत्रालय की स्थापना की जायेगी।’’ उन्होंने कहा कि विभिन्न जगहों पर स्थान की उपलब्धता के अनुसार गौ-अभयारण्य और गौशालाएँ बनायी जाएगी।

उन्होंने कहा कि गौशाला और गौ-अभयारण्य में वृद्ध गायों के इलाज के लिए चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था की जायेगी।

चौहान ने कहा कि हमें गर्व है कि हम आचार्य विद्यासागर जैसे महान संत के युग में पैदा हुए हैं, जिनका जीवन मानव-कल्याण के लिए समर्पित है और 'अहिंसा परमोधर्म:' का सिद्धांत दुनिया को सभी जीवों के जीने के हक का संदेश देता है।

मुख्यमंत्री ने समारोह में विद्यासागर जीव दया सम्मान से आचार्य श्री विद्यासागर, दयोदय पशु सेवा केन्द्र, तेंदूखेड़ा (दमोह) को प्रथम, गौ-शाला एवं जैव कृषि अनुसंधान केन्द्र, केदारपुर (ग्वालियर) को द्वितीय और गौत्रास निवारणी गोपाल गौ-शाला, बड़नगर (उज्जैन) को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया। सात अन्य संस्थाओं और व्यक्तियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किये गये।

इस मौके पर प्रदेश के वित्त मंत्री जयंत मलैया और मध्यप्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद भी मौजूद थे।