नई दिल्ली। थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत आज कश्मीर के दौरे पर जाएंगे जहां वह सुरक्षा स्थिति और सुरक्षा बलों की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। पाकिस्तान की जंग की धमकी देने के बाद रावत का ये पहला कश्मीर दौरा है। पाकिस्तान लगातार एक महीने से सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है। ऐसे में रावत का ये दौरा काफी अहम है।

राज्य से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद सेना प्रमुख की जम्मू और कश्मीर की पहली यात्रा है। हालांकि इससे पहले जब राज्य में अनुच्छेद हटाया जाना था उससे पहले रावत ने कश्मीर में जाकर सुरक्षा की समीक्षा की थी और इसी दौरान उन्होंने कश्मीर में एनएसए अजीत डोवल के साथ भी मुलाकात की थी। रावत के कश्मीर दौरे से वापस आने के बाद से ही कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने का ऐलान किया गया था।

फिलहाल पाकिस्तान लगातर जंग की धमकी दे रहा है और सीमा पर अपनी फौज को स्पेशल कमांडो को तैनात कर रहा है। लिहाजा पाकिस्तान की इन हरकतों के बाद रावत का कश्मीर दौरा अहम हो जाता है। पिछले दिनों की पाकिस्तान की धमकी के बाद रावत ने कहा था कि पाकिस्तान ने अगर कोई हिमाकत की तो उसका मुहंतोड़ जवाब दिया जाएगा। थल सेना प्रमुख  पाकिस्तान को पहले भी चेता चुके हैं।

सामान्य रही घाटी

राज्य से अनुच्छेद हटाए जाने के बाद गुरुवार को कश्मीर घाटी में बाजारों नहीं खुले और सड़कों से सार्वजनिक वाहन भी नदारद रहे।  हालांकि शहर के कई भागों में कुछ निजी गाड़ियां दौड़ती नजर आयीं और कुछ रेहड़ी पटरी वाले भी अपना काम-धंधा करते दिखाई दिये। राज्य के सरकारी कार्यालय खुले रहे लेकिन इनमें जनता की भीड़ नहीं देखी जा रही है। राज्य में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। जिसके लिए सरकार ने कहा कि इसके लिए अभी थोड़ा समय लगेगा।

नजरबंद हैं नेता

कश्मीर में ज्यादातर अलगाववादी और नेता सरकार की नजरबंदी में हैं। उन्हें एक तरह से हिरासत में लिया गया है क्योंकि ये लोग घाटी में जनता को भड़का सकते हैं। वहां पत्थरबाजों को जेल में बंद किया गया है। इसके साथ ही कई पत्थरबाजों को घाटी से बाहर यूपी की जेलों में शिफ्ट किया है।