नई दिल्ली। देशभर में कोरोना के कहर के बीच गोवा अन्य राज्यों  के लिए मिशाल बनने जा रहा है।  अगर राज्य में अगले एक दो दिन में कोई नया मामला नहीं आया तो राज्य को 17 अप्रैल के बाद ग्रीन जोन बन सकता है। क्योंकि गोवा में पिछले 11 दिनों में कोई नया कोरोनोवायरस पॉजिटिव केस नहीं पाया गया है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि यदि कोई नया मरीज नहीं मिला तो 17 अप्रैल तक राज्य "ग्रीन ज़ोन" बन सकता है।


देशभर में कोरोना के आंकड़े दस हजार से ज्यादा पहुंच चुके हैं और सबसे ज्यादा खराब हालत तो महाराष्ट्र की जहां पर कोरोना संक्रमितों की संख्या 23 सौ से पार हो चुकी है।  कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए देशभर में तीन मई तक लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है। जबकि पहले चरण के लॉकडाउन की अवधि बुधवार को खत्म हो रही है। लिहाजा आज पीएम मोदी ने लॉकडाउन को बढ़ाने का ऐलान कर दिया है। वहीं देश के तटीय राज्य गोवा में पिछले 11 दिनों में कोई नया कोरोनोवायरस पॉजिटिव केस नहीं पाया गया है।  

लिहाजा माना जा रहा है कि गोवा को ग्रीन जोन घोषित किया जा सकता है। राज्य के सीएम मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि यदि कोई नया मरीज नहीं मिला तो 17 अप्रैल तक पूरा तटीय राज्य "ग्रीन ज़ोन" बन सकता है। दक्षिण गोवा को पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा "ग्रीन ज़ोन" घोषित हो चुका है। राज्य में 4 अप्रैल से कोई नया कोरोनोवायरस पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है। अगर राज्य में कोरोना  का कोई  नया  मामला नहीं आया तो उत्तर जिला भी 17 अप्रैल तक ग्रीन ज़ोन बन जाएगा। राज्य सरकार का कहना गोवा की सीमाओं पर सतर्कता बरती जा रही है। गोवा ने पहले ही चिकित्सा सीमाओं और आवश्यक वस्तुओं के परिवहन को छोड़कर अपनी सीमाओं को सील कर दिया था।  


जिसके  कारण राज्य में कोरोना के मामले सामने नही आए।  राज्य के सीएम प्रमोद सांमत ने कहा कि सभी ट्रक चालकों और उनके सहायकों को राज्य में प्रवेश करने से पहले गोवा सीमा पर स्थापित "स्वच्छता चैनल" से गुजरना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य के सरकारी कार्यालय अब 14 अप्रैल के स्थान पर 20 अप्रैल को खुलेंगे। राज्य सरकार बुधवार को केंद्र के दिशानिर्देश जारी करने के बाद ही लॉकडाउन अवधि के दौरान उद्योगों को छूट देने का फैसला करेगी।