कांग्रेस के नेता इस समय एक से बढ़कर एक विवादित बयान दे रहे हैं। शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करके शुरु किया। जिसे शशि थरुर से लेकर दिव्या स्पंदना और जिग्नेश मेवानी तक ने जारी रखा। 

अब इसमें एक एक नया नाम जुड़ गया है गोवा कांग्रेस के नेता जीतेंद्र देशप्रभु। जीतेंद्र ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को लेकर विवादित बयान दिया है। जीतेंद्र देशप्रभु ने कहा कि, गोवा के सीएम कहीं नहीं दिख रहे हैं, ना तो सार्वजनिक तौर पर और ना ही व्यक्तिगत तौर पर।

हमारे मन में इस प्रकार की शंकाएं पैदा हो रही हैं, क्या अभी मुख्यमंत्री हैं भी या नहीं। यदि आपके पास मुख्यमंत्री नहीं हैं, तो उनका उठाला करो या श्राद्ध करो। आप मुख्यमंत्री को दिखाओ तो सही, हम ये देखना चाहते हैं कि क्या वो चल रहे हैं, बात कर रहे हैं।

 

इससे पहले कांग्रेस ने कहा कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर 14 अक्टूबर से दिखाई नहीं दिए हैं, संभवत: वह जीवित नहीं हैं। जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस की इस टिप्पणी को सिरे से नकार दिया है।

पर्रिकर पिछले लंबे समय से बिमार चल रहे हैं। उनका दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान इलाज चल रहा था। बाद में 14 अक्टूबर को वह वापस गोवा लौटे थे। उसके बाद से वह सार्वजनिक रूप से नहीं दिखे हैं। वह अपने निजी निवास पर ही अपना इलाज करा रहे हैं। 

उनके निजी निवास को अस्पताल की तरह बनाकर वहां पर उनका इलाज कराया जा रहा है। वहां पर चिकित्सकों की एक टीम  24 घंटे तैनात रहती हैं।

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के इर्द-गिर्द रहने वाले अधिकारियों का एक समूह उनकी अनुपस्थिति में अवैध तरीके से निर्णय ले रहा है। भाजपा ने कांग्रेस के इस बयान को हताशा का परिणाम बताया है और आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राजनीतिक बातचीत के स्तर को गिरा दिया है।