नई दिल्ली। देश में आसमान छू रहे आलू और प्याज की कीमतों को सस्ता करने के लिए केन्द्र सरकार ने फैसला किया है। इस फैसले के तहत जल्द आलू और प्याज सस्ते होंगे। बाजार में आलू और प्याज की कीमतों के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। आलू का ज्यादा उत्पादन होने के बावजूद देश में आलू की कीमतों में ज्यादा इजाफा हो रहा है।
असल में महंगी कीमतों में लगाम लगाने के लिए बाजारों में प्याज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार प्याज उत्पादक देशों से प्याज आयात कर रही है। सरकार पहले ही अफगानिस्तान से 7000 मिट्रिक टन प्याज का आयात कर चुकी है। देश में सब्जियों की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है और इसके कारण आलू और टमाटर के बाद प्याज भी लोगों के किचन बजट को बिगाड़ रहा है। देश में प्याज और आलू की कीमत ही हीं बल्कि अन्य सब्जियों की कीमत भी आसमान छू रही है और माना जा रहा है कि कीमत से जल्द राहत मिलेगी।
देश में एक महीने पहले 25 से 30 रुपये प्रति किलो बिकने वाला प्याज खुदरा बाजारों में 80 रुपये प्रति किलों बिक रहा है। जबकि आलू का भी यही हाल है और ये 50 रुपये किलोग्राम तक बिक रहा है। फिलहाल केन्द्र सरकार बाजारों में प्याज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए प्याज उत्पादक देशों से प्याज आयात कर रही है और देश में 7000 मिट्रिक टन प्याज का आयात किया जा चुका है। जानकारी के मुताबिक दीवाली से पहले 25000 एमटी आयातित प्याज देश में पहुंच जायेगा और इसके कारण देश में प्याजा की कीमतें कम होंगी।
देश में प्याज की कीमतों को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने प्याज का स्टॉक लिमिट तय करने फैसला किया था और इसके तहत थोक व्यापारी 25 एमटी और खुदरा व्यापारी 2 एमटी तक ही प्याज का स्टॉक सीमित कर दिया था। इसके अलावा सरकार ने 30 हजार एमटी आलू भूटान से आयात करने का फैसला किया है। आलू की सस्ती कीमतों को कम करने के लिए सरकार ने आयात शुल्क में भी 20 फीसदी की कटौती कर दी है
नई दिल्ली। देश में आसमान छू रहे आलू और प्याज की कीमतों को सस्ता करने के लिए केन्द्र सरकार ने फैसला किया है। इस फैसले के तहत जल्द आलू और प्याज सस्ते होंगे। बाजार में आलू और प्याज की कीमतों के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। आलू का ज्यादा उत्पादन होने के बावजूद देश में आलू की कीमतों में ज्यादा इजाफा हो रहा है।
असल में महंगी कीमतों में लगाम लगाने के लिए बाजारों में प्याज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार प्याज उत्पादक देशों से प्याज आयात कर रही है। सरकार पहले ही अफगानिस्तान से 7000 मिट्रिक टन प्याज का आयात कर चुकी है। देश में सब्जियों की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है और इसके कारण आलू और टमाटर के बाद प्याज भी लोगों के किचन बजट को बिगाड़ रहा है। देश में प्याज और आलू की कीमत ही हीं बल्कि अन्य सब्जियों की कीमत भी आसमान छू रही है और माना जा रहा है कि कीमत से जल्द राहत मिलेगी।
देश में एक महीने पहले 25 से 30 रुपये प्रति किलो बिकने वाला प्याज खुदरा बाजारों में 80 रुपये प्रति किलों बिक रहा है। जबकि आलू का भी यही हाल है और ये 50 रुपये किलोग्राम तक बिक रहा है। फिलहाल केन्द्र सरकार बाजारों में प्याज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए प्याज उत्पादक देशों से प्याज आयात कर रही है और देश में 7000 मिट्रिक टन प्याज का आयात किया जा चुका है। जानकारी के मुताबिक दीवाली से पहले 25000 एमटी आयातित प्याज देश में पहुंच जायेगा और इसके कारण देश में प्याजा की कीमतें कम होंगी।
देश में प्याज की कीमतों को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने प्याज का स्टॉक लिमिट तय करने फैसला किया था और इसके तहत थोक व्यापारी 25 एमटी और खुदरा व्यापारी 2 एमटी तक ही प्याज का स्टॉक सीमित कर दिया था। इसके अलावा सरकार ने 30 हजार एमटी आलू भूटान से आयात करने का फैसला किया है। आलू की सस्ती कीमतों को कम करने के लिए सरकार ने आयात शुल्क में भी 20 फीसदी की कटौती कर दी है
Last Updated Oct 31, 2020, 11:45 AM IST