असल में कोरोना संक्रमण के बीच देश में कई दवा कंपनियां कोरोना का टीका विकसित कर रही है। हालांकि अभी तक रूस ने इस वैक्सीन को विकसित किया है। लेकिन इस वैक्सीन को अन्य देशों को नहीं दिया जा रहा है।
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के बीच देश में कोरोना वैक्सीन को लेकर अच्छी खबर आई है। माना जा रहा है कि देश में 20 जनवरी तक कोरोना वैक्सीन आ सकती है और इसकी कीमत भी कम होगी। जो आम लोगों की पहुंच में होगी। जानकारी के मुताबिक पुणे स्थित फार्मा कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदर पूनावाला का दावा है कि कोरोना का एक टीका 20 जनवरी तक देश में आ जाएगा और ये वैक्सीन सस्ती होगी। हालांकि, इसके लिए समय पर नियामकीय मंजूरी लेनी जरूरी है।
असल में कोरोना संक्रमण के बीच देश में कई दवा कंपनियां कोरोना का टीका विकसित कर रही है। हालांकि अभी तक रूस ने इस वैक्सीन को विकसित किया है। लेकिन इस वैक्सीन को अन्य देशों को नहीं दिया जा रहा है। अंग्रेजी अखबार मिंट को दिए गए साक्षात्कार में पूनावाला ने बताया कि भारत और ब्रिटेन में परीक्षणों की सफलता के आधार पर यदि नियामक निकायों से कोरोना वैक्सीन को समय पर मंजूरी मिलती है तो ये वैक्सीन अगले साल जनवरी तक बाजार में उपलब्ध हो सकती है और लोग बिना किसी सुरक्षा चिंता के इसका उपयोग कर सकेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन के दीर्घकालिक प्रभावों का पता लगाने में करीब तीन साल से ज्यादा का समय लगेगा। उन्होंने बताया कि कंपनी रोना वैक्सीन कोविशील्ड का उत्पादन करने के लिए ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्वीडिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर काम कर रही है और देश में दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कम आय वाले यानी निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए कंपनी इस वैक्सीन का उत्पादन करेगी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 वैक्सीन ने 18 से 55 वर्ष की आयु के लोगों में दोहरी प्रतिरक्षा विकसित की है और एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का कहना है कि दो-खुराक वाले टीके ने एकल खुराक वाले टीके से अधिक अच्छी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया दी है। पूनावाला का कहना है कि वैक्सीन की कीमत को लेकर सरकार के साथ बातचीत कर रही है और इसे उचित मूल्य पर उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि एसआईआई का लक्ष्य लगभग 6-7 करोड़ खुराक का उत्पादन किया जाएगा और हर महीने वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक तक बढ़ाना है।
Last Updated Nov 5, 2020, 8:09 AM IST