केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि देश में रिकवरी दर 74 फीसदी तक पहुंच गई है। मंत्रालय का कहना है कि देश में 21 अगस्त को कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 74.28 फीसदी तक पहुंच गई है। जबकि देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रिकवरी रेट 50 फीसदी से ज्यादा है।
नई दिल्ली। देश में जहां एक तरफ कोरोना संक्रमण के मामलों में इजाफा हो रहा है वहीं कोरोना संक्रमित मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं। इसके बाद विशेषज्ञों का कहना है कि देश में कोरोना संक्रमण के मामले अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचने वाले हैं। क्योंकि देश में शुक्रवार को 24 घंटे में रिकॉर्ड 62,282 मरीज ठीक हुए और इसके बाद देश में 21.58 लाख मरीज रिकवर हो चुके हैं। वहीं दुनिया के अन्य देशों को देखते हुए लग रहा है कि कोरोना संक्रमण पीक पर पहुंच गया है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि देश में रिकवरी दर 74 फीसदी तक पहुंच गई है। मंत्रालय का कहना है कि देश में 21 अगस्त को कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 74.28 फीसदी तक पहुंच गई है। जबकि देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रिकवरी रेट 50 फीसदी से ज्यादा है। इसके साथ ही देश में कोरोना से मृत्यु दर विश्व औसत से कम है और इसमें लगातार गिरावट देखी जा रही है और अब ये 1.89 फीसदी तक पहुंच गई है। जबकि विश्व में ये दर ज्यादा है। हालांकि वैज्ञानिकों का दावा है कि अब बेहतरी की ओर बढ़ रहा है। उनका कहना है कि अन्य देशों के आंकड़े देखने के बाद ये माना जा सकता है कि देश में जब कोरोना संक्रमण 75 फीसदी तक पहुंच जाए तो इसे पीक माना जा सकता है।
क्योंकि कई देशों में पीक डेटा और रिकवरी दर को आधार इस पर अंदाजा लगाया जा सकता है। हालांकि हर जगह पर ये मापदंड एक जैसा नहीं है। क्योंकि ब्राजील में रिकवरी दर 69 फीसदी थी और वहां पर कोरोना पीक पर पहुंच गया था। हालांकि भारत में हर राज्य की स्थिति अलग है। लेकिन देश के कुछ राज्यों में पीक बीत चुका है और इनमें दिल्ली और तमिलनाडु शामिल है। जबकि दूसरे राज्यों महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल में इसे आना बाकी है। विशेषज्ञों का कहना है कि देश के 27 में 22 राज्यों में अभी पीक आना बाकी है। जबकि तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात, जम्मू और कश्मीर, त्रिपुरा में कोरोना संक्रमण का पीक बीत चुका है।
Last Updated Aug 22, 2020, 9:18 AM IST