नई दिल्ली। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने की तैयारी में है। क्योंकि सात में से पांच निर्दलीय विधायक भाजपा को समर्थन देने को तैयार है। इसमें सबसे अहम भूमिका सिरसा से विधायक गोपाल कांडा की है। कांडा का कहना है कि उनके खून में संघ है और वह भाजपा को बिना किसी शर्त के समर्थन देंगे। जबकि यही गोपाल कांडा ने दस साल तक राज्य में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की सरकार को समर्थन दिया था।

असल में भाजपा ने निर्दलीय विधायक और जननायक जनता पार्टी की तरफ बातचीत के दरवाजे खोले हैं। क्योंकि भाजपा चाहती है कि राज्य में किसी भी तरह कांग्रेस और जेजेपी में गठबंधन न हो सके। हालांकि जेजेपी ने नेता दुष्यंत चौटाला ने भी साफ कर दिया है कि किसी भी पार्टी को समर्थन देने का फैसला पार्टी के विधायक दल करेगा। लेकिन भाजपा के प्रबंधन चौटाला के संपर्क में हैं।

अगर भाजपा को जेजेपी बाहर से समर्थन देती है या फिर सरकार में शामिल होती है तो भाजपा आसानी से सरकार बना लेगी और इसके साथ ही उसे निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन मिल जाएगा। हालांकि ये विधायक भाजपा के बगावत कर चुनाव लड़े थे। लिहाजा माना जा रहा है कि पार्टी इन्हें मनाने में कामयाब रहेगी।

फिलहाल गोपाल कांडा ने कहा कि उनके खून में संघ है और वह भाजपा को समर्थन देंगे। जबकि दस साल पहले तक कांडा कांग्रेस की तरफदारी कर रहे थे। राज्य में कांग्रेस की सरकार उन्होंने दस साल तक समर्थन देकर  चलाई और राज्य में अहम माने जाने वाले गृह  विभाग को अपने पास रखा।

हालांकि इसके बाद अपने कर्मचारी  के यौन उत्पीड़न और उसके आत्महत्या के मामले में जेल जाने के बाद कांडा को मंत्रिपद छोड़ना पड़ा लेकिन अब भाजपा भी कांडा को लेकर लगाए जा रहे आरोपों से बचते नजर आ रही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि कोर्ट ने कांडा को जमानत दी है। फिलहाल अब कांडा भाजपा के लिए किंगमेकर बनते दिख रहे हैं। विधायक गोपाल कांडा ने कहा है कि मेरा परिवार शुरू से आरए