नई दिल्ली। भारत की जनता ही महंगे प्याज के लिए आंसू नहीं बहा रही है। बल्कि पड़ोसी देश बांग्लादेश भी महंगे प्याज के लिए रो रहा है। भारत दौरे पर आई बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सबसे पहले भारत सरकार से यही शिकायत की। आखिर क्यों भारत ने बांग्लादेश के लिए प्याज का निर्यात रोक दिया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में प्याज बाजार से गायब हो गया है और ये आम आदमी की पकड़ से बाहर है।

असल में भारत में प्याज की किल्लत को देखते हुए भारत सरकार पड़ोसी देशों को भेजे जाने प्याज का निर्यात बंद कर दिया था। जिसके बाद पड़ोसी देश खासतौर से बांग्लादेश और नेपाल में प्याज की किल्लत शुरू हो गई है। वहीं भारत में भी प्याज की किल्लत है। जिसके कारण बाजार में प्याज की कीमत 80 रुपये किलोग्राम तक चल रही है। हालांकि कुछ बाजारों में प्याज की कीमत 60 रुपये तक आ गई है। भारत में प्याज की किल्लत को देखते हुए अफगानिस्तान ने भारत को प्याज निर्यात किया था जो पंजाब और आसपास के राज्यों में वितरित किया।

बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने कहा कि भारत द्वारा निर्यात बंद करने के बाद उन्हें चीन, इजिप्ट, तुर्की से प्याज खरीदना पड़ा। यही नहीं बांग्लादेश में इन देशों से प्याज आने में 25 दिन से ज्यादा दिन लगेंगे। भारत की ओर से प्याज का निर्यात बंद कर देने से दुनिया के कई देशों पर असर पड़ा है। भारत यात्रा पर आईं बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना मजाकिया लहजे में अपनी शिकायत भारत सरकार को बताई। हसीना ने कहा कि ‘मुझे नहीं पता कि भारत ने बांग्लादेश को प्याज का निर्यात क्यों बंद कर दिया है।

उन्होंने कहा कि मेरे रसोइये ने कहा कि अब प्याज खाना बंद कर दें। क्योंकि बाजार में प्याज की कीमत बहुत बढ़ गई है। बहरहाल नेपाल, बांग्लादेश, मलयेशिया, श्रीलंका भारत से प्याज खरीदते हैं। भारत में प्याज की किल्लत होने के कारण भारत सरकार ने प्याज निर्यात बंद कर दिया था यहां तक कि भारत सरकार को भी प्याज का आयात करना पड़ रहा है। भारत से हर साल दो करोड़ 20 लाख टन प्याज निर्यात किया जाता है।