कर्नाटक की एचडी कुमारस्वामी सरकार के ऊपर सियासी संकट के बादल छंटने का नाम नहीं ले रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राज्य की कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन सरकार के अल्पमत में आने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी इस्तीफा दे सकते हैं।

क्योंकि सरकार के पास सदन में बहुमत साबित करने के लिए पर्याप्त संख्या बल नहीं है। लिहाजा कल होने वाले विश्वासमत से पहले ही कुमारस्वामी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दे सकते हैं। यही नहीं कुमारस्वामी इसके साथ ही विधानसभा भंग करने की सिफारिश राज्यपाल से कर सकते हैं।

असल में आज कुमारस्वामी को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने 15 बागी विधायकों के पक्ष में फैसला सुनाया है। इसी बीच कांग्रेस और जेडीएस के नेताओं की बागी विधायकों को मनाने की सारी कोशिशें भी बेकार हो गयी हैं। लेकिन आज इसी बीच राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों की बैठक बुलाई है।

हालांकि बैठक में किस तरह का फैसला लिया गया इसकी जानकारी नहीं मिल रही है। लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि विधानसभा में संख्याबल न होने के कारण होने वाली फजीहत से बचने के लिए कुमारस्वामी अपना इस्तीफा दे सकते हैं। उसके साथ ही पूरी कैबिनेट इस्तीफा दे सकती है।

यही नहीं कुमारस्वामी राज्यपाल से मिलकर विधानसभा को भंग करने की सिफारिश भी कर सकते हैं। ताकि राज्य में भाजपा की सरकार न बन सके। अगर अंकगणित के हिसाब से देखें तो मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी बहुमत साबित करने की स्थिति में नहीं है, इसलिए सरकार का गिरना लगभग तय है। आज सुबह ही सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान एचडी कुमारस्वामी ने शंकरपुरम स्थित श्री श्रींगेरी मठ पहुंचकर पूजा अर्चना की।

ये है विधानसभा की वर्तमान मौजूदा स्थिति

कुल सीट-224
कांग्रेस-76
जेडीएस-37
बीएसपी-1
निर्दलीय-2
बहुमत के लिए-112
भाजपा-107

ऐसी होगी 16 विधायकों का इस्तीफे या फिर गैरमौजूदगी के बाद सदन की स्थिति
कुल सीट 208
स्पीकर को हटाकर-207
बहुमत के लिए-104
कुमारस्वामी सरकार के पास समर्थन- 100 विधायक
भाजपा के साथ-107 विधायक