नई दिल्ली:  उत्‍तर प्रदेश, बिहार और असम में 33 लाख की बड़ी आबादी बाढ़ की चपेट में हैं। उत्‍तर प्रदेश में कई जिलों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर आ गया है। 

असम के 33 में से 25 जिलों में बाढ़ की वजह से तबाही का नजारा है। यहां बाढ़ की वजह से करीब 15 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं बिहार में तो बाढ़ के कारण अब तक19 लोगों की मौत हो गई है जबकि 18 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। पड़ोसी राज्य नेपाल में भी बाढ़ और भूस्खलन की वजह से अब तक 50 लोगों की मौत हो गई है जबकि 24 से ज्यादा लोग लापता हैं। 

बिहार की नदियों का उफनता हुआ पानी उत्तर बिहार, कोसी और सीमांचल के जिलों के गांवों और शहरों घुस चुका है।  रविवार को मधुबनी में सात और दरभंगा में चार जगहों पर तटबंध टूट गए। इससे दर्जनों गांवों में पानी घुस गया है। अलग अलग घटनाओं में लगभग 19 लोगों के डूबने की खबर आ रही है। 

लगातार बारिश की वजह से सुपौल में कोसी ने भयानक रूप धारण कर लिया है। शनिवार रात को कोसी बराज के सभी 56 फाटक खोले जाने के कारण सुपौल-सहरसा के लगभग 150 गांवों में पानी घुस गया। 

मुजफ्फरपुर जिले में बागमती नदी का जलस्तर स्थिर रहने के बावजूद कटरा व औराई में बाढ़ की स्थिति नाजुक बनी है। दो हजार घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। दो दर्जन गांवों में पानी फैल गया है।

पूर्वी चंपारण के नए इलाकों में पानी तेजी से प्रवेश कर रहा है। मधुबनी में कमला बलान व धौस नदी का तटबंध टूटने से जिले में हाल बेहाल है। दरभंगा में चार जगहों पर कमला नदी का तटबंध टूट गया। 

उत्‍तर प्रदेश में भी कई जिलों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। आबादी पर बाढ़ और कटान का संकट गहरा गया है। दूसरी ओर कुछ जिलों में मानसून की बारिश से कुछ राहत मिलने के बाद अब गर्मी फिर तेवर दिखाने लगी है। सीतापुर में शारदा व घाघरा दोनों नदियां उफान पर हैं। पानी तटीय इलाके में मौजूद खेतों में भर रहा है। गोंडा में सरयू में पानी बढ़ता जा रहा है।

असम के 33 में से 25 जिलों में बाढ़ की वजह से करीब 15 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। राज्‍य में बाढ़ की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम में बारिश से हुए हादसों में दो-दो लोगों ने अपनी जान गंवाई। ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों के पानी से जूझ रहे असम राज्य के 33 जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात दिख रहे हैं।