नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने राजस्थान, गुजरात, पंजाब और मध्य प्रदेश में फसल को नुकसान पहुंचाने टि़ड्डों के झुंडों के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए प्रयास तेज शुरू कर दिए हैं। वहीं  पंजाब समेत कई राज्यों में हाई अलर्ट किया गया है और पंजाब में कीटनाशकों के छिड़काव के लिए ड्रोन तैनात करने की योजना है। वहीं केन्द्र सरकार ने कहा कि राजस्थान के लगभग 21 जिले, मध्य प्रदेश के 18 जिले, गुजरात के 2 जिले और पंजाब के एक जिले में कीटों के नियंत्रण के लिए उपाय किए हैं।

केन्द्र सरकार ने टिड्डे के हमले के बारे में राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और पंजाब सरकार को सलाह जारी की है।  वहीं पंजाब सरकार का कहना है कि टिड्डी के प्रभावी नियंत्रण और कीटनाशकों के लिए आवश्यक उपाय किए जाएं। हालांकि पंजाब सरकार ने यूके स्थित कंपनी माइक्रोन से 60 छिड़काव मशीनें खरीदने के लिए एक आदेश दिया है। वहीं कीटनाशकों के हवाई छिड़काव के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा सकता है। वर्तमान में कीटनाशक स्प्रे के लिए 89 फायर ब्रिगेड, 120 सर्वेक्षण वाहन, स्प्रे उपकरण के साथ 47 नियंत्रण वाहन और 810 ट्रेक्टर माउंटेड स्प्रेयर तैनात किए गए हैं।

उधर टिड्डी दल पर नजर रखने के लिए राजस्थान के अजमेर, चित्तौड़गढ़, दौसा में अस्थायी नियंत्रण शिविर स्थापित किए गए हैं। वहीं इससे मध्य प्रदेश के मंदसौर, उज्जैन, मध्य प्रदेश में शिवपुरी और उत्तर प्रदेश के झांसी को जोड़ा गया है। ये शिविर केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने स्थापित किया है। मंत्रालय ने कहा कि अब तक राजस्थान, पंजाब, गुजरात और मध्य प्रदेश में कुल 303 स्थानों में 47,308 हेक्टेयर क्षेत्र को टिड्डियों के नियंत्रण से मुक्त किया गया है।  वहीं राजस्थान के बाड़मेर, जोधपुर, नागौर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर और जयपुर और मध्य प्रदेश के सतना, ग्वालियर, सेदेही, राजगढ़, बैतूल जिले इससे प्रभावित हैं।