वाराणसी: समाजवादी पार्टी ने पूर्व कांग्रेस नेत्री शालिनी यादव को वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ मैदान में उतारा है। शालिनी ने महज एक दिन पहले ही कांग्रेस से इस्तीफा देकर पार्टी का दामन थामा है। जबकि कांग्रेस अभी तक किसी को प्रत्याशी घोषित नहीं कर पायी है। पिछली बार कांग्रेस ने अजय राय को वाराणसी से मैदान में उतारा था। लेकिन उनकी जमानत जब्त हो गई थी। वाराणसी में 19 मई को सातवें और आखिरी चरण में मतदान होना है।

शालिनी यादव कांग्रेस के पूर्व सांसद श्यामलाल यादव की बहू हैं और वह राज्यसभा के पूर्व उपसभापति रह चुके हैं। शालिनी का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। शालिनी के एसपी में शामिल होने के साथ ही उन्हें पार्टी का वाराणसी से प्रत्याशी घोषित किया गया है। कांग्रेस अभी तक वाराणसी से प्रत्याशी नहीं घोषित कर पायी है। हालांकि बीच-बीच में कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनाव लड़ने की खबरें आती रहती हैं।

पिछले लोकसभा चुनाव में वाराणसी में नरेंद्र मोदी ने आप प्रत्याशी अरविंद केजरीवाल को3,71,784 वोटों के भारी अंतर से हराया था। इस चुनाव में नरेन्द्र मोदी को 5,81,022 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय को महज 75,614 वोट मिले। हालांकि इस चुनाव में चौथे स्थान पर बीएसपी और पांचवे स्थान पर एसपी प्रत्याशी आये।

जानें कौन है शालिनी

शालिनी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी में ग्रैजुएट है और उन्होंने फैशन डिजाइनिंग का भी कोर्स किया है। हालांकि मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने से पहले वह 2017 में वाराणसी से मेयर का भी चुनाव लड़ चुकी हैं। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और उन्हें 1.14 लाख वोट मिले थे। लेकिन उन्हें चुनाव में हार मिली। शालिनी के ससुर श्‍यामलाल यादव वाराणसी संसदीय सीट से 1984 में चुनाव जीत चुके हैं। शालिनी ने कल ही कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी का दामन थामा है और पार्टी ने मेयर चुनाव के दौरान उनके प्रदर्शन को देखते हुए लोकसभा का टिकट दिया है।