सुल्तानपुर। जिले में एक बिजली कर्मचारी की उसके विरोधियों ने पीट पीट हत्या कर दी। बिजली कर्मचारी जिले के एसपी से सुरक्षा की गुहार लगाकर लौट रहा था तभी उसके विरोधियों ने उसे अगवा कर दिया और पीट पीटकर उसकी हत्या कर दी। इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों में रोष है। हालांकि बिजली कर्मचारी ने स्थानीय थाने में अपने विरोधियों के खिलाफ तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।

असल में सुल्तानपुर में 17 अगस्त को मृतक लाइनमैन मुईद ने थाना दिवस पर इंस्पेटर को तहरीर दी थी। जिसमें उसने ग्राम प्रधान मेराज व उसके साथी अकरम सहित अन्य पर जान से मारने का प्रयास का आरोप लगाया था। इस मामले में जिले की एसपी सिटी डॉ. मिनाक्षी कात्यायन ने एसओ कोतवाली देहात को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था।

लेकिन एसओ शरद कुमार ने मुकदमा दर्ज नहीं किया और इस मामले में कोई गंभीरता नहीं दिखाई। हालांकि इसके बाद उसे लगातार धमकी मिल रही थी। जिसके बाद मुईद ने एसपी से मिलकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई।

एसपी से मिलकर लौट रहे मुईद को वापस घर जाते हुए रास्ते में स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने अगवा कर लिया और दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और मरणासन्न अवस्था में छोड़कर फरार हो गए। इसके बाद ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मुईद को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

जानकारी के मुताबिक जिले के कोतवाली देहात के महमूदपुर दाउदपट्टी के रहने वाले मुईद पुत्र रियासत कुड़वार में बिजली विभाग में लाइनमैन के पद पर कार्यरत था। उसे अपनी जान पर विरोधियों से खतरा दिख रहा था, जिसके बाद वह सुबह जिले के एसपी हिमांशु कुमार मिला और पूरी जानकारी दी।

इसके बाद वह एसपी कार्यालय से कार में सवार होकर वह अपने भाईयों के साथ लक्ष्मणपुर पुलिस चौकी के करीब पहुंचा था। तभी स्कॉर्पियो और बाइक पर सवार करीब एक दर्जन लोगों ने मुईद को कार से निकालकर पीटना शुरू कर दिया और फिर उसे अगवा कर लिया।

फिर किसी सुनसान पर ले जाकर लाठी-डंडों से दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। घटना की सूचना पर पुलिस उस स्थान पर पहुंची और जिला अस्पताल ले गई। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हालांकि मृतक पर पीपरपुर थाने में नौ आपराधिक मुकदमे दर्ज है।