नई दिल्ली। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने आईआईएम अहमदाबाद के सहयोग से दिल्ली सरकार के स्कूल सरकारी स्कूलों को प्रिंसिपल को प्रशिक्षित करने की योजना शुरू की है। इस योजना के तहत पचास स्कूलों के प्रिंसिपल को ट्रेनिंग दी गई है। दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि इसके जरिए  दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर पर सुधार होगा और इसका फायदा बच्चों को मिलेगा।

सिसोदिया ने कहा कि इसके लिए दिल्ली सरकार प्रिंसिपल से फीडबैक ले रही है और पहली बार ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राचार्यों के लिए अच्छा अनुभव रहा है। सिसोदिया ने कहा कि यह देखकर काफी अच्छा लगा कि हमारे प्रिंसिपल सार्थक संचार सीख रहे हैं। आज के तकनीकी विकास और ऑनलाइन शिक्षा के दौर में और इसके बढ़ते महत्व के मद्देनजर ये बहुत जरूरी हो गया है कि सभी तकनीक का इस्तेमाल करें।

आईआईएम अहमदाबाद के सहयोग से दिल्ली सरकार के स्कूल प्रमुखों के लिए हर साल यह प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित कर रहा है। लीडरशिप ऑफ एक्सेलेंस इन एजुकेशन प्रोग्राम के तहत अब तक 700 से अधिक प्रिंसिपल को प्रशिक्षित किया जा चुका है और कोरोना संक्रमण को देखते हुए पहली बार यह प्रशिक्षण ऑनलाइन आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर को पिछले महीने की 20 तारीख को शुरू किया गया था और और इस प्रशिक्षण में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 50 प्राचार्य शामिल हुए। 

इस मौके पर सिसोदिया ने कहा कि हमारे स्कूलों के टीम लीडर काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और दिल्ली सरकार सभी को विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण दिलवाना चाहती है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्राचार्य का ऐसे ऑनलाइन प्रशिक्षण में शामिल होना काफी उपयोगी है। तब तक आप शिक्षकों के माध्यम से स्टूडेंट्स की ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे थे। लेकिन अब यह आपके अपने अनुभव का हिस्सा है। 

इस प्रशिक्षण में हिस्सा लेने वाली प्रिंसिपल डॉक्टर राजेश्वरी कापरी ने कहा कि हम अपने विषय में एक्सपर्ट हैं, लेकिन 2009 में प्रिंसिपल बनने के बाद हमें प्रबंधन संबंधी कोई प्रशिक्षण नहीं मिला था। इस प्रशिक्षण से हमें अपना काम करने में काफी सुविधा होगी। हमें शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका के लिए तैयार करने की इस कोशिश के लिए हम सरकार के आभारी हैं।