पाकिस्तान सरकार ने ग्लोबल आतंकी मसूद अजहर की जैश-ए-मोहम्मद और 2008 मुंबई धमाकों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात-उद-दवा से संबंधित 11 आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। 

पाकिस्तान में स्थित जैश-ए-मोहम्मद सरगना अजहर को 1 मई को संयुक्त राष्ट्र ने ग्लोबल आतंकी घोषित किया था। जैश ने हाल में पुलवामा में आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली थी. इस हमले में 40 सीआरपीएफ जवानों की मौत हुई थी और दोनों पाकिस्तान और भारत के बीच रिश्तों में तनाव बढ़ गया था।

इससे पहले फरवरी में पाकिस्तान ने हाफिज सईद के नेतृत्व वाली जमात-उद-दवा और उसकी चैरिटी संस्था फलह-ए-इंसानियत पर भी वैश्विक दबाव के चलते प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था। इन सभी आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का अंतिम फैसला इमरान खान सरकार ने शुक्रवार को लिया।

इस फैसले के बाद पाकिस्तान की नैशनल काउंटर टेरोरिज्म अथॉरिटी ने अपनी वेबसाइट पर सूची जारी करते हुए कहा कि उसमे जमात-उद-दवा से जुड़े 7 आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन संगठनों में अल-अनफल ट्रस्ट, इदारा खिदमत-ए-खलाक, अल-दवात उल इरशाद, मॉस्क एंड वेलफेयर ट्रस्ट, अल-मदीना फाउंडेशन, माज़-बिन-जाबेल एजुकेशन ट्रस्ट और अल-हमद ट्रस्ट शामिल है।

खास बात है कि जमात-उद-दवा से संबंधित ये सभी संगठन पाकिस्तान में लाहौर स्थित हैं। वहीं इन सात संगठनों के अलावा लाहौर स्थित अल-फजल फाउंडेशन/ट्रस्ट और अल-असर फाउंडेशन के भी आतंकी तार इन संगठनों से जुड़े होने के चलते प्रतिबंधित किए गए हैं।

वहीं जैश-ए-मोहम्मद से संपर्क में रहने के चलते पाकिस्तान सरकार ने बहावलपुर स्थित अल-रेहमत ट्र्स्ट और कारांची आधारित अल-फुरकान ट्रस्ट पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। गौरतलब है कि हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए लगभग तीस हजार मदरसों को भी अपने अधीन करने का फैसला लिया था।