पाकिस्तान के सिंध प्रांत की एसेंबली में एक बिल पेश किया है, जिसके तहत पाकिस्तान के कुत्तों को चीन और फिलीपीन्स बेचने की बात कही गई है। भारत को परमाणु युद्ध की धमकी देने वाले पाकिस्तान दिवालिया हो चुका है। शुक्रवार को ही एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया था। जिसके बाद पाकिस्तान का भिखारी होना तय माना जा रहा है। कुछ समय पहले पाकिस्तान ने गधों के जरिए राजस्व कमाने का प्लान बनाया था और उसने पाकिस्तान से चीन को गधे निर्यात करने की योजना बनाई थी।
नई दिल्ली। पाकिस्तान आर्थिक तौर पर कंगाली की कगार पर खड़ा है। जनता त्राहीमाम कर रही है और इमरान खान देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए नया नया प्लान बना रहे हैं। वहीं अब पाकिस्तान सरकार कुत्तों के जरिए राजस्व कराने की प्लान बना रही है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत की एसेंबली में एक बिल पेश किया है, जिसके तहत पाकिस्तान के कुत्तों को चीन और फिलीपीन्स बेचने की बात कही गई है।
भारत को परमाणु युद्ध की धमकी देने वाले पाकिस्तान दिवालिया हो चुका है। शुक्रवार को ही एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया था। जिसके बाद पाकिस्तान का भिखारी होना तय माना जा रहा है। कुछ समय पहले पाकिस्तान ने गधों के जरिए राजस्व कमाने का प्लान बनाया था और उसने पाकिस्तान से चीन को गधे निर्यात करने की योजना बनाई थी।
क्योंकि चीन में गधों की चमड़ी से दवाएं बनाई जाती है जिन्हें काफी प्रतिरोधक माना जाता है। गौरतलब है कि पाकिस्तान दुनिया में ऐसा तीसरा देश है जहां सबसे ज्यादा गधे हैं। पाकिस्तान में 50 लाख गधे हैं। जबकि चीन में सबसे ज्यादा गधों की संख्या है।
लिहाजा अब सिंध प्रांत ने इमरान सरकार को कुत्तों को बेचकर राजस्व अर्जित करने की सलाह दी है। सिंध प्रांत में पेश किए गए बिल के मुताबिक पाकिस्तान के गली मोहल्लों में इतनी बड़ी संख्या में स्ट्रीट डॉग घूम रहे हैं कि अगर उन्हें ढंग से पाल पोसकर ब्रीडिंग करवाए और चीन को बेचें तो पाकिस्तान के गली मोहल्ले भी पाक हो जाएंगे और माली हालात भी सुधर जाएगी।
फिलहाल इमरान सरकार पाकिस्तान को खराब अर्थव्यवस्था से उबारने के लिए शेख चिल्ली के तरीके खोज रही है। गौरतलब है कि कि पिछले दिनों अंतरराष्ट्रीय मुद्दा कोष ने कहा था कि अगर पाकिस्तान ब्लैक लिस्ट में आता है तो उसके कर्ज मिलने में काफी दिक्कत होगी। लेकिन शुक्रवार को आईएएफटी की एशिया पैसिफिक ग्रुप ने काली सूची में डाल दिया है और इस पर अक्टबूर में एफएटीएफ फैसला लेगा।
Last Updated Aug 24, 2019, 9:16 PM IST