नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की साख देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लगातार गिर रही है। पाकिस्तान में इमरान खान को वहां की सेना का रबर स्टांप तो कहा जाता है। लेकिन अब यूरोपियन थिंक टैंक का भी कहना है कि इमरान खान पाकिस्तान में सेना के रबर स्टांप हैं। हालांकि इससे पहले इससे इमरान खान की पूर्व पत्नी रेहम खान भी कह चुकी हैं कि इमरान खान को वहां की सेना सत्ता में लाई है।

असल में इमरान खान पाकिस्तान के भीतर ही बल्कि देश से बाहर विभिन्न मोर्च पर जूझ रहे हैं। पाकिस्तान के साथ ही इमरान खान की साख विश्वस्तर पर कम हो रही है। पाकिस्तान में विपक्षी दल इमरान खान को लेकर आक्रामक है। विपक्षी दल आजादी मार्च के जरिए इमरान खान को घेर रहे हैं तो पाकिस्तान सेना और इमरान खान के बीच दूरी भी बढ़ती जा रही है। अब यूरोपियन थिंक टैंक ने का कहना है कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान वहां की सेना के स्टांप हैं।

इसके लिए थिंक टैंक ने पाकिस्तान के रेल मंत्री और पिछले अध्ययनों के जरिए एक रिपोर्ट तैयार की है। यूरोपियन फाउंडेशन फॉर साउथ एशियन स्टडीज का कहना है कि पाकिस्तान में बड़े फैसले सेना कर रही है। जबकि चुनी गई सरकार सिर्फ दिखाने के लिए के लिए है। इसके लिए थिंक टैंक का कहना है कि करतारपुर कॉरिडोर पर पाकिस्तान के रेल मंत्री ने कहा था कि इस परियोजना की परिकल्पना पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की थी।

थिंक कहना है पाकिस्तान के  प्रधानमंत्री खुद आजादी से फैसला नहीं ले सकते। थिंक टैंक का कहना है कि पाकिस्तान में लोग मानते हैं कि इमरान खान को सेना ने पीएम बनाया है। थिंक टैंक ने ये भी माना है कि पाकिस्तान में लोकतंत्र खोखला हो चुका है। हालांकि इससे पहले इमरान खान की पूर्व पत्नी रेहम खान ने भी कहा था कि पाकिस्तान में सरकार सेना चला रही है जबकि इमरान खान कठपुतली हैं।