नई  दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने ही घर में बड़ा झटका लगा है। पाकिस्तान में एक सर्वेक्षण की रिपोर्ट में लोगों का कहना है कि देश में कश्मीर से ज्यादा बड़ी समस्या महंगाई की है। लोगों का कहना है कि इमरान खान सरकार महंगाई से ज्यादा कश्मीर को तवज्जो दे रही है। जिसके कारण लोगों की दिक्कतें कम नहीं हो रही हैं।

असल में पाकिस्तान के लोग महंगाई और बेरोजगारी से परेशान हैं। पाकिस्तान में उद्योग बंद हो रहे हैं और  आईएफएफ से कर्ज मिलने के बाद पाकिस्तान की जनता पर टैक्स ज्यादा लगा दिए गए हैं और उत्पाद महंगे हो गए हैं। जिसको लेकर पाकिस्तान की जनता परेशान है। वहीं इमरान खान कश्मीर का राग अलाप रहे हैं। जिसको लेकर जनता इमरान खान सरकार से नाराज चल रही है। आईएमएफ से कर्ज मिलने के बाद पाकिस्तान में सरकार द्वारा जनता की दी जा रही रियायतों को खत्म कर दिया गया है वहीं टैक्स की वजह से लोग परेशान हैं।

क्योंकि कर्ज देने से पहले आईएमएफ का शर्त यही थी कि जनता को दी जा रही रियायतों को खत्म किया जाए। जिसके बाद कर्ज दिया गया। जिसके बाद पाकिस्तान में करीब पांच फीसदी से भी ज्यादा महंगाई बढ़ गई है। वर्तमान में पाकिस्तान में महंगाई 12 फीसदी के आसपास है। वहीं पाकिस्तान में नकदी-संकट से जूझ रहा। जिसके कारण पाकिस्तान के पास उत्पाद खरीदने के पैसे नहीं है। वहीं भारत से आर्थिक संबंध तोड़ने के बाद पाकिस्तान में महंगाई में तेजी से इजाफा हुआ है।

सर्वे में 53 प्रतिशत पाकिस्तानियों का कहना है कि देश में अर्थव्यवस्था, विशेष रूप से महंगाई में इजाफा सबसे बड़ी समस्या है। जबकि सरकार कश्मीर को तवज्जो दे रही है। महज आठ फीसदी लोगों ने माना की कश्मीर एक समस्या है। जिसके बाद इमरान खान अपने घर में ही घिर गए हैं। वहीं सर्वेक्षण के लिए बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा, पंजाब और सिंध प्रांतों के पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया। गौरतलब है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ वर्षों में नीचे गिर  रही है और वह कर्ज के जाल में फंसता ही जा रहा है।