पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उन्हें भेजी गई शुभकामनाओं का शुक्रिया अदा किया है। इमरान ने इस पत्र में लिखा है कि पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर बात करने के लिए तैयार है। साथ ही कहा कि व्यापार, लोगों के बीच संपर्क, धार्मिक पर्यटन और मानवीय मुद्दे भी महत्वपूर्ण हैं। 

इमरान ने दोनों देशों के बीच शांति की इच्छा जताते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री मखदूम शाह महमूद कुरैशी और सुषमा स्वराज के बीच बातचीत का प्रस्ताव रखा है। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र की आमसभा में होने वाली मुलाकात से पहले होनी चाहिए।

पत्र में कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच निसंदेह चुनौतीपूर्ण संबंध हैं। लेकिन अपने लोगों और खासकर आने वाली पीढ़ी के लिए हमें सभी मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से हल करना होगा। मतभेदों को पाटने और परस्पर लाभकारी परिणाम हासिल करने के लिए यह जरूरी है। इसमें जम्मू-कश्मीर का मुद्दा भी शामिल है। हमें किसी नतीजे पर पहुंचने के लिए सियाचिन और सर क्रीक पर भी करीबी से ध्यान देने की जरूरत है। 

इमरान द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है, 'आगे बढ़ने के लिए दोनों देशों के बीच रचनात्मक मेलजोल की आपकी भावना का मैं भी हिमायती हूं। इसी भावना के चलते पाकिस्तान के कानून एवं सूचना मंत्री दिवंगत  भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे।  वाजपेयी दोनों देशों के बीच बातचीत के पक्षधर थे। वह सार्क को एक मजबूत और प्रभावी संस्था बनाने में यकीन रखते थे।'