नई दिल्ली। कश्मीर को लेकर दुनिया के सामने इमरान खान इतना गिर गए हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति को कहना पड़ा कि पाकिस्तान पर कोई विश्वास नहीं करता है। लेकिन पाकिस्तान के साथ ही देश की अर्थव्यवस्था दुनिया के सामने गिर गई है। पाकिस्तान कि स्थिति नेपाल और भूटान से भी खराब है। जबकि कभी पाकिस्तान का हिस्सा रहे बांग्लादेश ने की आर्थिक स्थिति पाकिस्तान ने बहुत अच्छी है।

एशियन डेवलपमेंट बैंक पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पर एक रिपोर्ट जारी की है। जिसके मुताबिक पाकिस्तान पिछले छह साल में सबसे ज्यादा कमजोर हुआ है और पिछले एक साल में और भी ज्यादा। पाकिस्तान के आर्थिक हालत नेपाल और भूटान से भी खराब हैं। बैंक का कहना है कि पाकिस्तान की जीडीपी 2019-20 में 2.8 फीसदी रहेगी। जो पिछले छह साल का सबसे कम स्तर है।

जिसके कारण वहां पर बेरोजगारी और ज्यादा बढ़ेगी। पाकिस्तान की जीडीपी  नेपाल और मालदीव से भी पीछे रहेगी। इसके कारण पाकिस्तान के आर्थिक हालत और ज्यादा खराब होंगे। वहीं पाकिस्तान के मुकालबे आतंकवाद से ग्रस्त अफगानिस्तान की जीडीपी 3.4 फीसदी, श्रीलंका की 3.5 फीसदी, भूटान की 6 फीसदी, मालदीव और नेपाल की 6.3 फीसदी, भारत की 7.2 फीसदी और बांग्लादेश की 8 फीसदी रहने की उम्मीद की जा रही है।

लेकिन पाकिस्तान की सरकार इस बात को कहां समझती है। लिहाजा इमरान खान पाकिस्तान की विकास के बजाए दुनिया भर में कश्मीर पर समर्थन मांग रहे हैं। गौरतलब है कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। उसे कर्ज नहीं मिल रहा है और अक्टूबर में पेरिस में होने वाली एफएटीएफ की अहम बैठक बैठक में पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में शामिल किया जा सकता है।

जिसके बाद पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से कर्ज मिलने में दिक्कत हो जाएगी। वहीं एबीडी का मानना है कि पाकिस्तानी रुपये में और ज्यादा कमजोरी आएगी और ज्यादा टैक्स के चलते महंगाई दर 12 फीसदी के आस-पास रहेगी। जिससे कारण आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।