लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार में अयोध्या में भगवान श्रीराम की 252 मीटर ऊंची प्रतिमा के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। हालांकि कुछ जगहों पर जमीन को चिन्हित किया गया है। लेकिन तकनीकी कारणों की वजह से जमीन पर फैसला नहीं हो सका है। योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में पिछले साल भगवान श्रीराम की इस ऊंची प्रतिमा को लगाने का ऐलान किया था।

जानकारी के मुताबिक  इस प्रतिमा को लगाने  में कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। जिसके कारण ये प्रोजेक्ट अभी भी अधर में लटका है। ये प्रतिमा दुनिया भर में श्रीराम की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी और इसका ऐलान पिछले साल ही योगी आदित्यनाथ सरकार ने किया था। लेकिन अब जमीन को लेकर आ रही दिक्कतों की वजह से इसे स्थापित नहीं किया जा रहा है। प्रतिमा के लिए जहां जमीन मिल रही हैं वहां पर कनेक्टिविटी की समस्या आ रही है। जबकि कुछ जगहों पर अन्य तरह की तकनीकी समस्या आड़े आ रही हैं। हालांकि इसके लिए काश्तकारों से जमीन खरीदनी पड़ेगी और प्रतिमा स्थल तक पहुंचने के लिए सड़क का निर्माण करना होगा। जिसके कारण इस प्रोजेक्ट की कीमत बढ़ जाएगी।

योगी आदित्यनाथ ने अपने पिछले अयोध्या दौरे के दौरान इस प्रतिमा को लगाने के लिए माझा मीरपुर के साथ ही दो जगहों को देखा था। ये दोनों जगहें सरयू तट पर हैं। इसमें मांझा बरहटा व मांझा जमथरा सरयू तट पर स्थित हैं। जो इस प्रतिमा को लगाने के लिए सबसे बेहतर स्थान माना जा रहा है। मांझा मीरपुर को लेकर  लोक निर्माण विभाग की टीम ने जगहों का दौरा किया था और बताया था कि यहां पर प्रतिमा को स्थापित करने में तकनीकी दिक्कतें हैं। क्योंकि जितनी जमीन प्रतिमा के लिए चाहिए, उतनी जमीन वहां पर उपलब्ध नहीं है। वहीं इसको स्थापित करने लिए एनजीटी, रेल विभाग व पर्यावरण विभाग से एनओसी की जरूरत पड़ेगी।