गुड़गांव के भीड़-भाड़ वाले एक बाजार में निजी सुरक्षा गार्ड के कथित रूप से गोली मारने के बाद घायल हुई एक न्यायाधीश की पत्नी की मौत हो गई है, जबकि उनके 18 वर्षीय पुत्र को ‘‘ब्रेन डेड’’ घोषित कर दिया गया है। 

दरअसल न्यायाधीश कृष्ण कांत की पत्नी रितु (45) और पुत्र ध्रुव (18) शनिवार को आर्केडिया मार्केट में खरीदारी के लिए गए थे। उसी दौरान उनके निजी सुरक्षा गार्ड महिपाल ने उन्हें गोली मार दी। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया।

गुड़गांव सिविल अस्पताल के क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारी पवन चौधरी ने रितु की मौत होने की पुष्टि की और कहा कि उनके शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पवन चौधरी ने बताया,‘‘रितु की मौत की वजह अत्यंत रक्तस्राव था। तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों के एक पैनल ने छाती के दाहिने ओर और बीच में गोली के दो घाव पाए।’’ 

चिकित्साधिकारी ने कहा कि ध्रुव को सिर में गोली मारी गई थी, वह ब्रेन डेड हो गया है। उसे जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है। यदि वह बच जाता है तो वह चमत्कार होगा। इस बीच, महिपाल को दोपहर एक बजे गुड़गांव की एक अदालत में लाया गया, जिसने उसे चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। गुड़गांव पुलिस ने यह पता लगाने के लिए कि, उसने रितु और ध्रुव को गोली क्यों मारी, उसकी एक सप्ताह की हिरासत मांगी थी।

पुलिस ने मामले की सभी कोणों से जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है। जांच टीम से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिपाल लगातार अपने बयान बदल रहा है और सवाल पूछे जाने पर वह गुस्सा हो जाता है। वह अपनी निजी, पारिवारिक समस्या को लेकर अवसाद में है। पुलिस ने बताया कि गोलीबारी की यह घटना शनिवार को अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे हुई।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रितु को सीने में और ध्रुव को सिर में गोली लगी थी।

आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वह हरियाणा पुलिस का एक हेड कांस्टेबल है और पिछले दो वर्षों से न्यायाधीश के निजी सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात था।

अधिकारियों ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से घर जाने के लिए छुट्टी मांग रहा था जो उसे नहीं दी जा रही थी। इससे शायद वह अवसाद में चला गया। जांच अधिकारियों में से एक ने बताया,‘‘न्यायाधीश भी अक्सर उसे डांटते थे।’’

अधिकारी ने बताया कि शनिवार को भी न्यायाधीश की पत्नी ने बाजार जाते समय कार में उसे डांटा। न्यायाधीश के खिलाफ उसमें काफी असंतोष था।

एएसजे कृष्ण कांत ने एक बयान में बताया कि महिपाल ने घटना के बारे में उन्हें फोन पर जानकारी दी थी।