रिलायंस एडीएजी समूह ने एक बार फिर से राहुल गांधी को पत्र लिखा है, अनिल अंबानी ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर कहा...
राफेल सौदे पर राहुल गांधी और अनिल अंबानी के बीच पहले भी टकरार हो चुकी है। जहां राहुल गांधी ने कहां था की रिलायंस एडीएजी को राफेल बनाने का कोई अनुभव नहीं है। जिसके बाद रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखा था जिसमे अनिल अंबानी ने अपने राफेल अनुभव को विस्तार से बताया था।
रिलायंस एडीएजी समूह ने एक बार फिर से राहुल गांधी को पत्र लिखा है। अनिल अंबानी ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर कहा है कि इस सौदे से उनकी कंपनी को हजारों करोड़ का फायदा होने की बात पूरी तरह काल्पनिक है। पूरे पत्र में अंबानी ने सिलसिलेवार तरीके से राहुल गांधी की तरफ से लगाये जा रहे एक एक आरोपों का जवाब है। आपको बता दें कि कांग्रेस इस पूरे मामले पर मोदी सरकार को घेरने के तैयारी कर रही है। यहीं नहीं चुनाव से पहले पार्टी इस मुद्दे का सियासी लाभ लेने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
अनिल अंबानी ने यह भी कहा है कि भारत सरकार ने राफेल के जो 36 युद्धक विमान खरीदने का फैसला किया है वह पूरी तरीके से फ्रांस में ही निर्मित होंगे। उनका निर्माण रिलायंस और फ्रांस की कंपनी डसो मिल कर नहीं कर रही हैं। इसलिए उनकी कंपनी के अनुभवहीन होने का जो आरोप लगाया जा रहा है वह पूरी तरह से बेबुनियाद है। अनिल अंबानी ने इस संबंध में पिछले साल दिसंबर में भी पत्र लिखा था।
साथ ही अंबानी ने यह भी बताया की रक्षा मंत्रालय की तरफ से भी रिलायंस की किसी कंपनी को उक्त 36 विमानों के निर्माण का कोई ठेका नहीं दिया गया है। ऐसे में उनकी कंपनी पर हजारों करोड़ रुपये का ठेका हासिल करने का जो आरोप लगाया जा रहा है वह बिल्कुल गलत है।
अंबानी ने लिखा है इस प्रक्रिया में कम से कम 100 छोटी व मझोली कंपनियां शामिल हो रही हैं जिनमें निजी व सरकारी क्षेत्र की कंपनियां भी हैं। सरकारी कंपनियों में बीईएल और डीआरडीओ भी शामिल हैं। यह देश में मैन्यूफैक्चरिंग क्षमताओं को मजबूत करेगा।
इस संदर्भ में अनिल अंबानी ने यह लिखा है कि आफसेट निर्यात की नीति तो पूर्व की यूपीए सरकार ने ही तैयार की थी और उसे बढ़ावा दिया था। उन्होंने राफेल डील से ठीक दस दिन पहले रिलायंस डिफेंस की स्थापना के आरोप को भी पूरी तरह से आधारहीन करार दिया है। असलियत में रिलायंस डिफेंस की स्थापना दिसंबर, 2014 व जनवरी, 2015 में करने का फैसला किया गया था और इस बारे में शेयर बाजार को भी सूचित किया गया था।
राहुल गांधी ने जब जब रिलायंस एडीएजी पर आरोप लगाए हैं तब तब अनिल अंबानी ने अपने उपर लगाए आरोपों को सप्शट कर के हटाया है। अब देखना यह है कि अनिल अंबानी के इस पत्र का राहुल गांधी क्या जवाव देते है।
Last Updated Sep 9, 2018, 12:38 AM IST