जब से नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने हैं तब से 'चाय पर चर्चा' हमेशा गर्म ही रही है। प्रधानमंत्री ने वर्ल्ड बायोफ्यूल डे पर अपने भाषण में नाले से निकलने वाली गैस को स्टोर कर कुकिंग में प्रयोग करने की बात कही थी। इस भाषण के बाद मोदी की इस बात का काफी मज़ाक बनाया गया था। सोशल मीडिया पर मोदी को काफी ट्रोल किया गया, कई मीम्स बनाई गईं।

लेकिन साहिबाबाद के रामू चायवाले ने मोदी की इस बात को साकार कर दिया। रामू दो हफ्ते से नाले से निकलने वाली गैस से लगातार चाय उबाल रहे हैं। नाले की गैस से चाय बनाकर रामू लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं तो दूसरी ओर उनके पास ग्राहकों की भीड़ भी बढ़ रही है। पहले नाले की बात सुनकर लोग उनके पास नहीं आते थे, लेकिन स्वाद में कोई फर्क न आने के बाद से लोग वहां आ कर चाय पी रहे हैं।

इंद्रप्रस्थ इंजिनियरिंग कॉलेज, साहिबाबाद, के सामने से सूर्य नगर का नाला निकल रहा है जिसके साइड में ही रामू अपनी चाय की दुकान लगाते हैं। कड़कड़ मॉडल निवासी रामू बताते हैं कि रोज़ सुबह 7 बजे वह अपनी साइकिल पर घर से चूल्हा और अन्य सामान लेकर निकलते हैं। रेहड़ी पर पहुँचते ही चाय बनाने का सिलसिला शुरू हो जाता है। उन्होंने कहा कि वह इस जगह पर पहले से ही चाय बनाते आ रहे हैं। पहले महीने में रु 5,000 तक कमाई होती थी जिसमें से रु 1,200 सिलेंडर पर ही खर्च हो जाते थे।

लेकिन 10 दिन पहले कॉलेज के छात्रों की मदद से उन्होंने यहाँ नाले की गैस से चाय बनाना शुरू किया है। इससे उनका सिलेंडर में खर्च होने वाले रु 1,200 बच जाते हैं। यहाँ तक कि रामू की दुकान फेमस होने के बाद से उन्होंने 10 दिन में ही रु 5,000 कमा लिए हैं।   

पीएम का भाषण सुनने के बाद से ही लोगों ने रामू की चाय पीना शुरू किया है और साथ ही लोग काफी तारीफ भी कर रहे हैं।