बरेली: साक्षी और अजितेश के अंतरजातीय विवाह पर उठे विवाद के लगभग 15 दिन बाद बरेली में अजितेश के घर का ताला खुला हुआ दिखा। इस विवाह पर विवाद होने की वजह से अजितेश के घर को पुलिस सुरक्षा दी गई थी। उसके वीर सावरकर नगर स्थित घर पर ताला लगा हुआ था और पुलिस तैनात थी। लेकिन अब अजितेश के परिजन घर लौट चुके हैं।  

साक्षी और अजितेश ने 15 जुलाई को शादी की थी। जिसके बाद अब जाकर बरेली के उनके घऱ में हलचल दिखी। यहां अजितेश के दादा दादी पहुंचे घर से कुछ सामान लिया और चले गए। 

बताया जा रहा है कि अजितेश और साक्षी अभी तक दिल्ली में ही हैं। अजितेश के पिता के मुताबिक दोनों फिलहाल दिल्ली में ही हैं। उन्होंने कहा कि यहां का माहौल ठीक नहीं है। जिस कारण अभी बरेली आने का कोई विचार नहीं है। उन्हें इस रिश्ते की भनक तक नहीं थी। 

लेकिन अब दोनों ने शादी कर ली है लिहाजा इस रिश्ते को स्वीकार करना ही बेहतर है। शादी के बाद पूरा परिवार दहशत में हैं। उन दोनों को बरेली और दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा दी हुई है। उनके सभी फोन नंबर फिलहाल बंद हैं। 

शुक्रवार को अजितेश के दादा-दादी और बहन कार से यहां पहुंचे और आस-पड़ोस के लोगों से निगाहें बचाते हुए चुपचाप अपने घर में घुसे और फिर बाहर नहीं निकले।  वहां मौजूद लोगों ने उनसे बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। 

इससे पहले शुक्रवार को साक्षी मिश्रा के विधायक पिता राजेश मिश्रा ने पहली बार इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी थी। बरेली से बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा ने इस मामले में अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि मैं घर से बाहर नहीं निकलना चाहता हूं। मेरी भावनाएं आहत हुई हैं, मेरा पूरा परिवार सदमे में है।

उन्होंने खुलासा किया कि कुछ नेताओं और अधिकारियों ने मेरी छवि खराब करने की कोशिश की है। यह सब मेरा राजनीतिक करियर खत्म करने के लिए किया गया है। मुझे विधायक होने के चलते विधानसभा सत्र में होना चाहिए था लेकिन मैं घर से भी बाहर नहीं निकलना चाहता हूं। 

उन्होंने कहा कि अजितेश को मेरे परिवार के खिलाफ बोलने के ‌लिए उकसाया गया। गौरव अरमान के साथ ही दो वरिष्ठ नेता अजितेश और उसके परिवार की इस मामले में सहायता कर रहा है। 

बीजेपी विधायक ने कहा कि एक नौकरशाह की पत्नी ने साक्षी से वीडियो रिकॉर्ड कराया है। उस महिला ने राजनीति की वजह से साक्षी को परिवार के खिलाफ बोलने के लिए उकसाया है।