उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार के अफसर आम लोगों के प्रति क्या रवैया रखते हैं ये इसी बात से समझा जा सकता है कि जब एक गरीब आदमी को अरबों का बिल मिला तो उन्होंने इसे तकनीकी खामी तो माना लेकिन कहा कि जब तक बिल जमा नहीं होता है तब तक बिजली के बगैर ही रहना होगा।

असल में उत्तर प्रदेश के बिजली विभाग ने हापुड़ जिले के चामरी गांव के रहने वाले शमीम को 1,28,45,95,444 रुपये का बिजली बिल थमा दिया। सत्तर साल के बुजुर्ग शमीम अपनी पत्नी के साथ एक छोटे से घर में रहते हैं। यही नहीं उन्होंने दो किलोवाट का लोड ले रखा है।

शमीम ने बताया कि उन्होंने जब बिल को देखा तो उनके होश उड़ गए और आसपास के लोगों को बिल दिखाया तो उन्होंने बिजली विभाग में जाने को कहा। जब वह इस गलती को सुधरवाने के लिए बिजली विभाग गए तो अफसरों अपने हाथ खड़े कर दिए और कहा कि इस बिल का भुगतान करो नहीं तो बिजली काट दी जाएगी।

अब उनकी यहां पर कोई सुनने वाला नहीं है। वह गरीब और बुजुर्ग हैं। इतना पैसा तो सात जनमों तक नहीं जोड़ सकते हैं। बिजली विभाग का कहना है कि ये गलती से आ सकता है। लेकिन बगैर जमा किए बिजली काट दी जाएगी। जब उन्होंने लखनऊ में बैठे अफसरों को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने इस मामले में कोई जानकारी न होने की बात कही।

शमीम अपनी शिकायत को लेकर दर दर भटक रहे हैं। लेकिन बिजली विभाग का कोई भी आदमी उनकी फरियाद नहीं सुन रहा है। शमीम कहते हैं आमतौर पर सात से आठ सौ के बीच महीने का बिल आता था।

लेकिन अब तो अरबों का है। हमारी न तो कोई फैक्ट्री है ना ऐसा कोई उपकरण। जिसके कारण इतना बिल आ सके। उनका कहना है कि विभाग ये तो मान रहा है कि ये गलती से आया है लेकिन उसे कोई नहीं सुधार रहा है।