वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में ही दिख गया कि देशभर में एकदम स्पष्ट 'मोदी लहर' है। कई राज्यों में बहुकोणीय मुकाबला सत्तारूढ़ भाजपा के पक्ष में रहा। देश में लोकसभा चुनाव सात चरणों में संपन्न होना है और बृहस्पतिवार को प्रथम चरण के लिए 91 लोकसभा सीटों पर वोट पड़े। देश के 18 राज्यों और दो संघ शासित प्रदेशों में ये सीटें थीं।

जेटली के मुताबिक, वामपंथ, तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘मुझे जो लगता था, नेतृत्व के मुद्दे पर विपक्ष की स्थिति उससे कहीं ज्यादा निराशाजनक है। बसपा नेता मायावती, तृकां नेता ममता बनर्जी कांग्रेस अध्यक्ष को पछाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं ।’  

जेटली ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा है, ‘न तो कोई नेता है, न गठबंधन है, न कोई साझा कार्यक्रम है और न ही कोई वास्तविक मुद्दा है ।’

उन्होंने कहा कि विपक्ष कई राज्यों में उधेड़बुन में है। उन्होंने कहा कि बहुकोणीय मुकाबले स्पष्ट रूप से भाजपा के पक्ष में हैं। जेटली ने कहा, ‘एक लोकप्रिय सरकार, एक बेहद लोकप्रिय प्रधानमंत्री को सत्ता से बाहर करने के लिए, आपको कुछ वास्तविक मुद्दों की आवश्यकता है, न कि काल्पनिक मुद्दों की । विपक्ष ने चुनाव में बने रहने के लिए पिछले दो वर्ष उन मुद्दों को गढ़ने में खराब कर दिये जो अस्तित्व में ही नहीं थे ।’ 

मंत्री ने कहा कि राफेल के बारे में विपक्ष के झूठे प्रचार को कोई तवज्जो नहीं मिली। उन्होंने जोर देकर कहा कि उद्योगपतियों की कर्जमाफी एक झूठ थी, ईवीएम में छेड़छाड़ का आरोप सबसे बड़ा झूठ था। जेटली ने कहा, ‘पहले चरण का मतदान समाप्त हो चुका है। मोदी फैक्टर पूरे देश में था।’