डीआरडीओ ने 1000 किलोमीटर तक मार करने वाली स्वदेशी सब-सोनिक क्रूज मिसाइल 'निर्भय' का सफल परीक्षण किया है। यह मिसाइल अपने टॉरगेट पर अचूक मार करने में सक्षम है।  डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिकों ने सोमवार सुबह ओडिशा के समुद्री तट पर स्थित परीक्षण रेंज से 'निर्भय' का परीक्षण किया।

वैज्ञानिकों के मुताबिक, 1000 किलोमीटर तक मार करने वाली इस मिसाइल से भारत की सैन्‍य ताकत को मजबूती मिलेगी। पाकिस्‍तान, चीन समेत कई देश इस मिसाइल की जद में है। यह मिसाइल कुछ ही सेकेंड में दुश्‍मन देशों के किसी भी इलाके को नेस्‍तानाबूद करने में सक्षम है। डीआरडीओ के वैज्ञानिकों के मुताबिक,  इस मिसाइल को स्वदेशी तकनीक से बनाया गया है। यह मिसाइल 200 से 300 किलोग्राम तक आयुध सामग्री ले जा सकती है।

'निर्भय' का सफर

निर्भय का पहला परीक्षण 12 मार्च 2013 को किया गया था। तब इस मिसाइल में खराबी आने के बाद उसने बीच रास्ते में ही काम करना बंद कर दिया था। 17 अक्तूबर 2014 को किया गया दूसरा परीक्षण सफल रहा था। इसके बाद 16 अक्तूबर 2015 को किए गए अगले परीक्षण में मिसाइल 128 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद अपने रास्ते से भटक गई थी। इसके बाद 21 दिसंबर 2016 को परीक्षण किया गया उस समय भी यह निर्धारित रास्ते से भटक गई थी। इसके अलावा नवंबर 2017 में इस मिसाइल का परीक्षण किया गया था। वैज्ञानिकों ने इस परीक्षण को सफल बताया था। यह सभी परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर में डीआरडीओ के परीक्षण रेंज से किए गए थे।