भारत का स्वदेशी मिसाइल कार्यक्रम एक के बाद एक कई सफलताएं हासिल कर रहा है। हाल के समय में भारत द्वारा किए गए मिसाइल परीक्षणों ने चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ा रखी है। बृहस्पतिवार को भारत ने 150 किलोमीटर रेंज वाली प्रहार मिसाइल का ओडिशा तट पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया। 

सरकार के सूत्रों ने 'माय नेशन' को बताया, 'ओडिशा के तट पर सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में मिसाइल का परीक्षण किया गया। यह मिसाइल सभी मानदंडों पर खरी उतरी।'

अपनी मिसाइलों की मारक क्षमता को बढ़ा रहे भारत की योजना 150 किलोमीटर रेंज वाली 'पृथ्वी' बैलिस्टिक मिसाइल को नई और तेज प्रतिक्रिया वाली प्रहार मिसाइलों से बदलने की है। 

पृथ्वी बैलिस्टिक मिसाइलों के टेक्टीकल वर्जन को सेवा से हटाकर उन्नत किया जाएगा, ताकि उन्हें लंबी रेंज के लिए इस्तेमाल किया जा सके। 

पृथ्वी मिसाइल को सेवा से वापस लेने के बाद प्रहार मिसाइल में 100 से 150 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों की कमी को पूरा करने की क्षमता है। 

150 किलोमीटर रेंज वाली 'प्रहार' ठोस ईंधन की मदद से दागी जाने वाली मिसाइल है। डीआरडीओ ने वर्ष 2011 के मध्य में ओडिशा में पहली बार इसका परीक्षण किया था। 

इस मिसाइल प्रणाली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि एक लांचर व्हीकल से एक साथ कई मिसाइलें दागी जा सकती हैं। एक बार में चार मिसाइल फायर की जा सकती हैं। 

कम दूरी की यह मिसाइल एक शानदार हथियार है। यह 90 किलोमीटर की मारक क्षमता वाले मल्टी बैरेल रॉकेट से लेकर पृथ्वी जैसे गाइडेड मिसाइल की कमी को पूरा करती है। पृथ्वी मिसाइल 250 से 350 किलोमीटर तक मार कर सकती है। 

भारत ने 1980 के दशक में एकीकृत मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत पृथ्वी मिसाइलें विकसित की थीं। इस बैलिस्टिक मिसाइल को 150 से 350 किलोमीटर तक मार करने की क्षमता के साथ विकसित किया गया था।